Manu Bhaker To D Gukesh Khel Ratna:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में भारतीय खेल जगत के चार खिलाड़ियों को प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया। इनमें पेरिस ओलंपिक 2024 में दो पदक जीतने वाली निशानेबाज मनु भाकर और 18 वर्षीय वर्ल्ड चेस चैंपियन डी गुकेश का नाम प्रमुख है। इसके साथ ही, पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को भी इस अवॉर्ड से नवाजा गया।
मनु भाकर और डी गुकेश की ऐतिहासिक उपलब्धियां
मनु भाकर ने 2024 पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो ब्रॉन्ज मेडल जीते। पहला मेडल उन्होंने सिंगल वुमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में जबकि दूसरा मिक्स्ड 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में हासिल किया। यह सफलता भारतीय निशानेबाजी के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, और उनके इसी प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए उन्हें खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
वहीं, 18 साल की उम्र में डी गुकेश ने चेस की दुनिया में इतिहास रचते हुए वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने चीन के ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन को हराकर यह खिताब जीता। डी गुकेश का यह वर्ल्ड चेस चैंपियन बनना भारतीय शतरंज के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है और उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को खेल रत्न अवॉर्ड के रूप में मान्यता मिली।
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित 34 खिलाड़ी
इसके अलावा, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार खिलाड़ियों के असाधारण प्रदर्शन और खेलों में उनके योगदान को मान्यता देने के लिए दिया जाता है। अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों में विभिन्न खेलों से जुड़ी हस्तियां शामिल थीं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया और देश का नाम रोशन किया।
समारोह में राष्ट्रपति की सराहना और प्रेरणा
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए बधाई दी और उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और संघर्ष की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये खिलाड़ी न केवल अपने खेल में ही नहीं, बल्कि समाज में भी प्रेरणा का स्रोत बने हैं। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भारतीय खेलों को बढ़ावा देने में इन खिलाड़ियों का योगदान अनमोल है और भविष्य में ये खिलाड़ी देश को गर्व महसूस कराते रहेंगे।
भारतीय खेलों को आगे बढ़ाने का मार्ग
यह सम्मान समारोह भारतीय खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, क्योंकि खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार जैसे सम्मान खिलाड़ियों के प्रयासों को मान्यता देते हैं। यह समारोह उन खिलाड़ियों के संघर्ष और समर्पण को सामने लाता है, जिन्होंने भारतीय खेल जगत में अपनी पहचान बनाई है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि सरकार भारतीय खिलाड़ियों को हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और भारतीय खेलों की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम कर रही है।