बॉलीवुड अभिनेता पुलकित सम्राट आज यानी 29 दिसंबर को अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर उन्हें फैन्स और बॉलीवुड के कई सितारों ने बधाई दी है। फिल्म इंडस्ट्री में अपनी मेहनत और संघर्ष से पहचान बनाने वाले पुलकित सम्राट अब एक बड़े नाम के रूप में स्थापित हो चुके हैं। हालांकि, उनका बॉलीवुड में प्रवेश आसान नहीं था। गुमनामी से निकलकर उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपना स्थान बनाया।
स्कूलिंग से शुरू हुई हीरो बनने की यात्रा
पुलकित सम्राट का जन्म 1983 में दिल्ली में हुआ था। बचपन से ही उन्हें अभिनेता बनने का सपना था। दिल्ली में अपनी स्कूलिंग के दौरान ही उन्होंने अपने सपनों को संजोना शुरू कर दिया था। शुरुआती दौर में पुलकित ने टेलीविजन की दुनिया में कदम रखा और 2006-2007 के बीच लोकप्रिय टीवी शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में काम किया। हालांकि, यह शो उनकी जिंदगी में कोई बड़ा मोड़ नहीं लाया, लेकिन उन्हें अभिनय के प्रति और भी जुनून मिला।
फिल्म इंडस्ट्री में कदम और सफलता की शुरुआत
पुलकित सम्राट ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत 2012 में फिल्म ‘बिट्टू बॉस’ से की। यह फिल्म तो खास सफल नहीं रही, लेकिन पुलकित को फिल्मों में काम करने का एक मौका जरूर मिला। 2013 में आई फिल्म ‘फुकरे’ ने उनकी किस्मत बदल दी। इस फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की, बल्कि पुलकित के अभिनय को भी सराहा गया। फिल्म में उनके निभाए गए किरदार को दर्शकों ने खूब पसंद किया और यही फिल्म उनके करियर की दिशा बदलने का कारण बनी।
सलमान खान के साथ काम और फिल्मों का सिलसिला
‘फुकरे’ के बाद पुलकित को सलमान खान की फिल्म ‘जय हो’ में काम करने का मौका मिला। हालांकि, यह फिल्म ज्यादा सफल नहीं हो पाई, लेकिन पुलकित के लिए यह एक नया अनुभव था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में बतौर मुख्य अभिनेता भी काम किया। कई फिल्मों में उन्होंने अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता, लेकिन ‘फुकरे’ के अलावा कोई फिल्म उन्हें बड़ी सफलता नहीं दिला पाई। अब तक पुलकित सम्राट 23 फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं।
निजी जीवन और खुशहाल जिंदगी
पुलकित सम्राट ने अपनी दूसरी शादी बॉलीवुड एक्ट्रेस कृति खरबंदा से की है। इससे पहले उनका तलाक हो चुका था, लेकिन अब वह कृति के साथ मुंबई में एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
पुलकित सम्राट की जर्नी यह दर्शाती है कि संघर्ष और मेहनत से ही सफलता हासिल की जा सकती है। आज वह जिस मुकाम पर हैं, वह उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम है।