You are currently viewing Pune पुल हादसा: इंद्रायणी नदी पर पुल गिरने से मची तबाही, चार की मौत, मुआवजे की घोषणा

Pune पुल हादसा: इंद्रायणी नदी पर पुल गिरने से मची तबाही, चार की मौत, मुआवजे की घोषणा

Pune Bridge Collapses: महाराष्ट्र के पुणे जिले में रविवार दोपहर एक बड़ा हादसा सामने आया, जब इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल अचानक गिर गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 18 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौके पर बचाव कार्य तेज़ी से शुरू किया गया, जिसमें अब तक करीब 50 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।सरकारी बयान के अनुसार, मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। राहत कार्य में एनडीआरएफ, पुलिस व स्थानीय स्वयंसेवकों की टीमें जुटी हुई हैं।

“यह बेहद दुखद घटना है” – रोहित पवार की प्रतिक्रिया

इस दुर्घटना पर एनसीपी-एसपी विधायक रोहित पवार ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि हादसे के तुरंत बाद स्थानीय युवाओं ने साहस दिखाते हुए 20-25 लोगों को बचाया। उन्होंने कहा कि यह पुल काफी पुराना था और इसके जीर्णोद्धार को लेकर कई बार चर्चा हुई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हो सकी।रोहित पवार ने चेताया कि पूरे महाराष्ट्र में कई ऐसे पुल हैं जो 100 साल पुराने हैं और बेहद जर्जर अवस्था में हैं। ऐसे सभी पुलों का तत्काल सुरक्षा ऑडिट होना चाहिए।

राहत मंत्री ने अस्पताल जाकर जाना हालचाल

महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री मकरंद पाटिल और पुणे के जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायज़ा लिया। दोनों अधिकारी पिंपरी-चिंचवाड़ सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की और डॉक्टरों से उनकी स्थिति की जानकारी ली।
जिलाधिकारी डूडी ने बताया कि अथर्व अस्पताल के आईसीयू में सात लोग भर्ती हैं, जिनमें से छह की हालत स्थिर है, जबकि एक की स्थिति चिंताजनक है।

शिवसेना (यूबीटी) ने उठाई सवालों की झड़ी

शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने घटना को प्रशासन की लापरवाही का परिणाम बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सवाल किया कि जब प्रशासन को पहले से पता था कि पुल कमजोर है, तो सुरक्षा के इंतज़ाम क्यों नहीं किए गए? बैरिकेड क्यों नहीं लगाए गए?
उन्होंने आरोप लगाया कि एक वर्ष पहले पुल की मरम्मत के लिए 8 करोड़ रुपये का फंड पास किया गया था, लेकिन उसका उपयोग केवल कागज़ों तक सीमित रहा। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से दोषियों को सजा देने और सभी पुराने पुलों का ऑडिट करवाने की मांग की।

राहुल गांधी ने जताया शोक, राहत कार्य में तेजी की अपील

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि पुणे में इंद्रायणी नदी पर पुल गिरने से कई लोगों के डूबने की खबर अत्यंत दुखद है।उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और प्रशासन से राहत व बचाव कार्य में पूरी तत्परता बरतने की अपील की।

ज़रूरत है जवाबदेही और कार्रवाई की

इंद्रायणी नदी पर पुल ढहने की घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की लचर स्थिति को उजागर कर दिया है। यह केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का जीवंत उदाहरण है।इस घटना के बाद न केवल पुणे, बल्कि पूरे महाराष्ट्र और देशभर में पुराने और जर्जर पुलों की जांच व मरम्मत की मांग जोर पकड़ रही है। सरकार और प्रशासन को अब जवाबदेही के साथ ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।

Spread the love

Leave a Reply