Qudenga Dengue Vaccine: डेंगू जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए विकसित की गई क्यूडेंगा वैक्सीन ने 50 प्रतिशत से अधिक मामलों में सफलता हासिल की है। हाल ही में किए गए 19 अध्ययनों की समीक्षा से यह तथ्य सामने आया है। इन अध्ययनों में 20 हजार से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें पाया गया कि वैक्सीन का असर लंबे समय तक बना रहता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी स्वीकृति
क्यूडेंगा वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मई 2024 में पूर्व-स्वीकृति दी थी। जापान की टेकेडा फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा विकसित की गई इस वैक्सीन को टीएके-003 के नाम से भी जाना जाता है। समीक्षा के नतीजों के अनुसार, इस वैक्सीन की दो डोज लगवाने के बाद 90 प्रतिशत से ज्यादा वयस्कों और बच्चों में डेंगू के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई।
डेंगू की रोकथाम में बढ़ेगी उम्मीद
क्यूडेंगा वैक्सीन के इस असरदार परिणामों के बाद, डेंगू जैसी महामारी से निपटने में नई उम्मीदें जगी हैं। इसके सफल परिणामों को देखते हुए, इसे व्यापक स्तर पर इस्तेमाल किए जाने की संभावना बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैक्सीन डेंगू के मामलों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
डेंगू की रोकथाम के लिए क्यूडेंगा वैक्सीन एक प्रभावी उपाय के रूप में उभर कर सामने आई है। इसके व्यापक उपयोग से डेंगू के मामलों में कमी आने की संभावना है, जिससे इस खतरनाक बीमारी पर काबू पाने में मदद मिलेगी।