Radhika Yadav Case : हरियाणा के गुरुग्राम में 25 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के मामले में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। इस दर्दनाक घटना में आरोपी और कोई नहीं, बल्कि राधिका का पिता दीपक यादव निकला, जिसने अपनी ही बेटी को कथित तौर पर ‘परिवार की इज्जत’ और जातिगत सोच के कारण गोली मार दी।गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार (11 जुलाई) को इस सनसनीखेज हत्याकांड से जुड़े अहम तथ्य साझा करते हुए बताया कि यह कत्ल अचानक गुस्से में नहीं हुआ, बल्कि इसकी पूरी योजना पहले से बनाई गई थी।
किचन में नाश्ता बनाते समय मारी गई गोली
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, यह दिल दहला देने वाली घटना गुरुवार (10 जुलाई) सुबह करीब 10:30 बजे की है। आरोपी पिता दीपक यादव ने उस वक्त अपनी बेटी राधिका को पीठ में चार गोलियां दाग दीं, जब वह अपने तीन मंजिला घर के किचन में नाश्ता बना रही थी।घर सुशांत लोक-2 के ब्लॉक-जी में स्थित है। आरोपी ने जानबूझकर ऐसा समय चुना जब वह और राधिका घर में अकेले थे। पुलिस के मुताबिक, दीपक आमतौर पर सुबह दूध लाने खुद जाता था, लेकिन उस दिन उसने बेटे को बाहर भेज दिया, ताकि वह अपनी बेटी के साथ अकेला रह सके।
हत्या की पहले से रची गई थी साजिश
गुरुग्राम पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने बताया, “आरोपी दीपक यादव ने पूछताछ में कबूला है कि उसने इस हत्या की पूरी योजना पहले से बना रखी थी। यह कदम उसने सोचे-समझे तरीके से उठाया, न कि आवेश में आकर।”पुलिस का यह भी कहना है कि गोली चलाने से पहले कई हफ्तों तक पिता-पुत्री के बीच लगातार बहसें होती रही थीं। उन बहसों का मुख्य कारण था राधिका का एक ऐसा निर्णय, जिसे दीपक स्वीकार नहीं कर पा रहा था — वह अपनी जाति से बाहर शादी करना चाहती थी।
पड़ोसी का दावा: ‘पुराने ख्यालों’ का था पिता
दीपक यादव के वजीराबाद स्थित पैतृक गांव के एक पुराने पड़ोसी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि वह राधिका के जीवनसाथी के चुनाव को लेकर बेहद नाराज था। पड़ोसी ने कहा, “राधिका जाति से बाहर शादी करना चाहती थी, लेकिन दीपक इस रिश्ते के खिलाफ था। वह काफी पुराने सोच का व्यक्ति है और जातिगत बंधनों में यकीन रखता है।”
जांच जारी, आरोपी हिरासत में
फिलहाल गुरुग्राम पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर हत्या, हथियारों की गैरकानूनी इस्तेमाल और घरेलू हिंसा से जुड़े विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इस साजिश में और कोई शामिल तो नहीं था।