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राधिका यादव मर्डर.. टेनिस अकादमी का सच, पोस्टमार्टम में नया खुलासा

Radhika Yadav Murder Case:गुरुग्राम की राधिका यादव की हत्या की संदिग्ध स्थिति में हुए जांच से कई सनसनीखेज तथ्य सामने आ रहे हैं। शुरुआत में बताया गया कि राधिका अपने “टेनिस अकादमी” का संचालन कर रही थी, लेकिन अब पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया है। जांच में पता चला है कि राधिका कहीं बड़े संस्थान से जुड़ी अकादमी नहीं चला रही थी, बल्कि सेक्टर 56 में थाने के पास सरकारी जमीन पर बने टेनिस कोर्ट को किराए पर लेकर बच्चों को खेल सिखा रही थी। इस खुलासे के बाद उसकी पेशेवर स्थिति की विश्वसनीयता पर सवाल उठ गए हैं। छात्रों और अभिभावकों ने भी कहा कि अकादमी जैसा कुछ नहीं, केवल किराए की कोर्ट पर प्रशिक्षण दिया जाता था।

पिता को न्यायिक हिरासत, कोर्ट में पेशी

जांच की आगे की कार्रवाई में पुलिस ने राधिका के पिता दीपक यादव को आरोपित बताकर गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को उन्हें गुरुग्राम कोर्ट में पेश किया गया, जहां न्यायिक हिरासत में 14 दिन की अवधि दायर की गई। अब वह जेल में हैं और पुलिस उनसे हत्या की गहन पूछताछ कर रही है। अदालत ने इस अति गंभीर अपराध के मद्देनजर उनकी हिरासत अनिवार्य रूप से बढ़ाने का आदेश दिया है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अन्यतम खुलासा

प्रारंभिक पुलिस दस्तावेज़ों में यह कहा गया था कि राधिका के शरीर में तीन गोलियों के निशान थे। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह तथ्य पूरे रूप से बदल गया — राधिका के शरीर से चार गोलियां बरामद हुईं, जिससे स्पष्ट होता है कि हत्यारे ने अधिक क्रूरता और सटीक निशानेबाजी की थी। यह खुलासा हत्या की तात्कालिकता, हमले की घातकता और अपराध को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देने की भावना की तरफ संकेत करता है।

पुलिस की प्राथमिक कार्रवाई

गुरुग्राम पुलिस अब संभावित सबूत इकट्ठा कर रही है; शिकार और आरोपी के बीच संबंधों, कोर्ट रिकॉर्ड, किराये की जानकारी और हत्या के समय की स्थिति को मिलाकर गहन जांच कर रही है। कोर्ट रसीद, किराया बिल, CCTV फुटेज, और गवाह बयानों की जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को चार गोलियों की हथियार, गोली मारने की दूरी और हत्याके विश्लेषण में मदद कर रहे हैं।

मिलती-जुलती घटनाओं पर उठते सवाल

इस मामले ने फिर एक बार यह सच सामने लाया है कि सुनियोजित एवं हत्यारन अपराध की पूरी गहराई और योजना शनिवार बड़ी संख्या में होती है। एक हत्या की शुरुआत से ले कर अब तक आए कई सवालों के जवाब पुलिस को जांच प्रक्रिया के दौरान देने होंगे:

राधिका को निशाना क्यों बनाया गया?

क्या डूबे खाते और कर्ज़ की वजह से अकादमी फर्जी थी?
क्यों समय से तीन पर चार गोलियों का आंकड़ा आया?
सीसीटीवी फुटेज, किराया रसीद व गवाह बयानों में क्या अंतर है?

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