RCB celebration in m chinnaswamy stadium:2025 आईपीएल सीजन की चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 4 जून को अपनी पहली ट्रॉफी जीत के बाद बेंगलुरु में विजय परेड का आयोजन किया। इस दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई, जिसके कारण भगदड़ मच गई। इस हादसे में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। हालांकि, इस त्रासदी के बावजूद स्टेडियम के अंदर टीम का जश्न जारी रहा, जिससे सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
घटना का विवरण
विजय परेड के दौरान, हजारों प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर एकत्रित हुए थे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं थे। जब प्रशंसक एक छोटे से गेट से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, तो भगदड़ मच गई। इसमें एक महिला और एक बच्चे सहित कई लोग घायल हो गए। स्थानीय अस्पतालों में कई मौतें हुईं। परेड को सुरक्षा कारणों से रद्द कर दिया गया।
RCB और BCCI की प्रतिक्रिया
RCB ने एक बयान जारी कर इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि आयोजकों को बेहतर तरीके से कार्यक्रम का आयोजन करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि इस हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। उन्होंने यह भी कहा कि जब इतने बड़े पैमाने पर जीत का जश्न मनाया जाता है, तो उचित सावधानी, सुरक्षा और सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तीव्र प्रतिक्रियाएँ आईं। एक यूज़र ने लिखा, “1 परेड, 0 दिमाग, और अब 7 अंतिम संस्कार। किस तरह के बेवकूफ बिना बैरिकेड्स, बिना रणनीति के सामूहिक उत्सव की योजना बनाते हैं?” दूसरे यूज़र ने विराट कोहली और अन्य खिलाड़ियों की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “लोग भगदड़ में मारे गए, और इस दौरान कोहली और उनकी टीम।” कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि स्टेडियम के बाहर भगदड़ मची, लोग मरे लेकिन अंदर जश्न जारी क्यों रहा।
राज्य सरकार और प्रशासन की भूमिका
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और इसे हर्ष से शोक में बदला हुआ पल बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना प्रशासन की चूक को दर्शाती है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
भविष्य के लिए सुझाव
विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आयोजकों को बेहतर योजना बनानी चाहिए। भीड़ नियंत्रण, पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित करनी चाहिए। इसके अलावा, सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लोगों को जागरूक करना भी आवश्यक है ताकि वे ऐसी घटनाओं से बच सकें।