Reliance Jio in Rajasthan: रविवार रात राजस्थान में रिलायंस जिओ की नेटवर्क सेवाएं अचानक ठप हो गईं, जिससे लाखों मोबाइल उपभोक्ता संचार सेवाओं से वंचित हो गए। रात करीब 8:30 बजे से कॉल कनेक्टिविटी पूरी तरह बाधित रही। इस दौरान न तो उपभोक्ता कॉल कर पा रहे थे और न ही उन्हें कोई कॉल मिल पा रही थी। साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी ठप रहीं, जिससे आम जनजीवन पर खासा असर पड़ा।
5G यूजर्स सबसे ज्यादा प्रभावित
इस तकनीकी खराबी का सबसे अधिक असर उन उपभोक्ताओं पर देखने को मिला जो 5G नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे थे। जिनके पास 5G सपोर्टेड स्मार्टफोन थे, उन्हें कॉलिंग और डेटा दोनों सेवाओं में परेशानी का सामना करना पड़ा। यूजर्स का कहना था कि अचानक कॉल ड्रॉप होना शुरू हो गया और कुछ ही समय बाद पूरी तरह नेटवर्क गायब हो गया।
गुजरात में कोर कनेक्टिविटी में आई खराबी
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) के मुताबिक, यह समस्या रिलायंस जिओ के गुजरात स्थित कोर नेटवर्क में तकनीकी खराबी के कारण उत्पन्न हुई। जैसे ही खामी का पता चला, तकनीकी टीम ने तुरंत सुधार कार्य शुरू कर दिया। हालांकि, उस वक्त तक राजस्थान सहित अन्य प्रभावित राज्यों में लाखों उपभोक्ता नेटवर्क सेवाओं से वंचित हो चुके थे।
सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा
नेटवर्क ठप होते ही यूजर्स ने अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर जाहिर करनी शुरू कर दी। ट्विटर और फेसबुक पर #JioDown जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई उपभोक्ताओं ने लिखा कि वे जरूरी कॉल्स नहीं कर पाए और कुछ लोग ऑनलाइन मीटिंग्स से भी चूक गए। कई लोगों ने कस्टमर केयर से संपर्क करने की भी कोशिश की, लेकिन नेटवर्क ना होने के कारण वो भी संभव नहीं हो पाया।
नेटवर्क बहाली में लगा समय
नेटवर्क प्रभावित होने के बाद कंपनी की तकनीकी टीम ने तुरंत काम शुरू कर दिया। कुछ घंटों बाद कुछ इलाकों में नेटवर्क आंशिक रूप से बहाल हुआ, लेकिन कई यूजर्स को देर रात तक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस दौरान कॉलिंग और इंटरनेट दोनों ही सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य हुईं।
अभी तक नहीं आया आधिकारिक बयान
रिलायंस जिओ की ओर से इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक कोई आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति या बयान जारी नहीं किया गया है। उपभोक्ता अब भी यह जानना चाहते हैं कि इस गड़बड़ी की असल वजह क्या थी और भविष्य में ऐसी समस्याओं से कैसे निपटा जाएगा।
राजस्थान में जिओ के 2.66 करोड़ उपभोक्ता
राजस्थान में रिलायंस जिओ का सबसे बड़ा मोबाइल नेटवर्क है। यहां जिओ के करीब 2 करोड़ 66 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं, जिनमें बड़ी संख्या में 5G उपयोगकर्ता भी शामिल हैं। तेजी से डिजिटल हो रहे समाज में इतनी बड़ी संख्या में लोगों का नेटवर्क से कट जाना न केवल व्यक्तिगत बल्कि व्यावसायिक गतिविधियों को भी प्रभावित करता है।