RG Kar Medical College rape case: सीबीआई की इस बड़ी कार्रवाई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के रेप और मर्डर केस में नया मोड़ ला दिया है। सीबीआई ने इस मामले में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला पुलिस स्टेशन के एसएचओ अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया है। इस केस से जुड़े कई पहलू सामने आ रहे हैं, जिनमें कॉलेज और पुलिस प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं।
घटना का विवरण:
- यह मामला आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या से जुड़ा है, जिसने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी थी।
- प्रारंभिक जांच में सामने आया कि कॉलेज के कई वरिष्ठ अधिकारी और पुलिसकर्मी इस मामले में लापरवाही या मिलीभगत के दोषी पाए गए हैं।
- इस कांड में पहले ही कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और अब सीबीआई ने संदीप घोष और एसएचओ अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी कर मामले को और गंभीर बना दिया है।
संदीप घोष की भूमिका:
- संदीप घोष, जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल रह चुके हैं, पहले से ही भ्रष्टाचार के एक अन्य मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके थे।
- उनकी भूमिका न केवल भ्रष्टाचार में बल्कि इस रेप और मर्डर केस में भी संदिग्ध पाई गई है, जिसके चलते उन्हें सीबीआई ने भी गिरफ्तार किया है।
एसएचओ अभिजीत मंडल की भूमिका:
- टाला पुलिस स्टेशन के एसएचओ अभिजीत मंडल पर इस केस में जांच को प्रभावित करने और सबूतों को छुपाने का आरोप है।
- सीबीआई की जांच में सामने आया कि मंडल ने इस केस से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं को दबाने की कोशिश की थी।
सीबीआई की जांच:
- सीबीआई इस मामले की तह तक जाने के लिए व्यापक जांच कर रही है, जिसमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों और पुलिस की भूमिका पर फोकस किया जा रहा है।
- यह मामला अब भ्रष्टाचार, दुष्कर्म और हत्या के संगीन आरोपों से जुड़ चुका है, जिससे प्रशासनिक और शैक्षणिक संस्थानों पर सवाल खड़े हो गए हैं।
आगे की कार्रवाई:
- सीबीआई ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है, और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियों की संभावना है।
- राज्य सरकार और प्रशासन पर इस मामले को लेकर भारी दबाव है, और इसे एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा भी माना जा रहा है।
यह मामला अब सिर्फ रेप और मर्डर से नहीं, बल्कि प्रशासनिक भ्रष्टाचार और सिस्टम की विफलता से भी जुड़ गया है। सीबीआई की यह कार्रवाई आने वाले समय में और बड़े खुलासे कर सकती है।