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कांवड़ यात्रा के दौरान महिला कांवड़िये की सेवा करती दिखीं ऋषिका सिंह, वायरल वीडियो पर सपा अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया

Akhilesh Yadav News: उत्तर प्रदेश की महिला पुलिस अधिकारी ऋषिका सिंह इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। हाल ही में उनका एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे कांवड़ यात्रा में शामिल एक महिला श्रद्धालु के पैर दबाते हुए नजर आ रही हैं। इस भावनात्मक सेवा कार्य पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है और उनके इस कार्य की सराहना की है।अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “सेवा का भाव अच्छा है अगर उसके पीछे का भाव अच्छा है।” उनके इस बयान ने महिला अधिकारी की संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण की सराहना को नई ऊंचाई दी है।

सेवा के पीछे संवेदना की कहानी

ऋषिका सिंह, जो मुजफ्फरनगर की सीओ हैं, वर्तमान में कांवड़ यात्रा में सुरक्षा और व्यवस्था की ड्यूटी पर तैनात हैं। वीडियो में वह वर्दी में ड्यूटी के दौरान महिला कांवड़िये के पैर दबाती दिख रही हैं। यह दृश्य इंटरनेट पर तेज़ी से वायरल हुआ और लोगों की भावनाएं भी इससे जुड़ गईं।ऋषिका सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह शामली बॉर्डर के पास रात्रि ड्यूटी कर रही थीं। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री पैदल यात्रा कर रहे थे और लंबे सफर के कारण थकान से जूझ रहे थे। उन्होंने खुद देखा कि कुछ महिलाएं विशेष रूप से थक चुकी थीं। उन्होंने कुछ कांवड़ यात्रियों से बातचीत भी की, जिससे उन्हें यह महसूस हुआ कि इस कठिन यात्रा में एक छोटी सी मदद भी राहत भरी हो सकती है। इसी सोच से प्रेरित होकर उन्होंने सेवा भाव से पैर दबाए।

ड्यूटी के साथ मानवता की सेवा

ऋषिका सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन का उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि जनता के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण भी अपनाना है। उन्होंने कहा, “हम जब खाकी पहनते हैं, तो हमारे लिए सबसे बड़ा धर्म मानवता होता है।” उन्होंने बताया कि उनके वरिष्ठ अधिकारी – एडीजी, डीआईजी और एसएसपी – भी यही अपेक्षा रखते हैं कि पुलिस केवल सख्ती नहीं, सेवा का प्रतीक भी बने।उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह इस कार्य को किसी दिखावे या प्रचार के लिए नहीं कर रही थीं, बल्कि यह उनका व्यक्तिगत भाव था। उनका मानना है कि इंसानियत की सेवा ही सच्ची ड्यूटी है, और अगर ड्यूटी के साथ दिल से किया जाए, तो उसका असर भी गहरा होता है।

अखिलेश यादव की टिप्पणी ने बढ़ाया हौसला

अखिलेश यादव की इस सराहना से न केवल महिला अधिकारी का हौसला बढ़ा है, बल्कि यह संदेश भी गया है कि जनता और राजनेता दोनों पुलिस की मानवीय छवि की सराहना करते हैं। ऐसे उदाहरण न केवल वर्दीधारी कर्मियों के प्रति सम्मान बढ़ाते हैं, बल्कि समाज को भी सकारात्मक दिशा में सोचने के लिए प्रेरित करते हैं।

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