Sansad Ratna Award 2025:इन दिनों संसद का मानसून सत्र चल रहा है, जो 21 जुलाई से शुरू होकर 21 अगस्त 2025 तक चलेगा। इसी दौरान संसद से एक बेहद खास खबर सामने आई है। 17 सांसदों को ‘संसद रत्न सम्मान 2025’ से नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार उन सांसदों को दिया जाता है जिन्होंने संसद में अनुकरणीय प्रदर्शन, प्रभावी भागीदारी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूती देने में उल्लेखनीय योगदान दिया है।इन सम्मानित सांसदों में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं, जो अपने-अपने क्षेत्र और सदन में सक्रियता, बहस में भागीदारी, सवाल पूछने और विधायी कार्यों में सहभागिता के लिए पहचाने गए हैं।
कौन-कौन से सांसद होंगे सम्मानित?
इस वर्ष सुप्रिया सुले (NCP-SP), रवि किशन (BJP), निशिकांत दुबे (BJP) और अरविंद सावंत (Shiv Sena-UBT) जैसे प्रभावशाली सांसदों को ‘संसद रत्न’ से सम्मानित किया जाएगा।इनके अलावा स्मिता उदय वाघ (BJP), नरेश म्हस्के (Shiv Sena), वर्षा गायकवाड़ (कांग्रेस), मेधा कुलकर्णी (BJP), प्रवीण पटेल (BJP), विद्युत बरण महतो (BJP) और दिलीप सैकिया (BJP) भी इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हैं।
विशेष जूरी पुरस्कार भी होंगे प्रदान
इस बार चार सांसदों को विशेष जूरी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन सांसदों को दिया जाता है, जिन्होंने लगातार तीन कार्यकालों तक संसदीय लोकतंत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
इनमें शामिल हैं:
भर्तृहरि महताब (भाजपा, ओडिशा)
एन. के. प्रेमचंद्रन (रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, केरल)
सुप्रिया सुले (NCP-SP, महाराष्ट्र)
श्रीरंग अप्पा बारणे (शिवसेना, महाराष्ट्र)
इन सभी सांसदों का प्रदर्शन 16वीं लोकसभा से ही लगातार शानदार रहा है।
स्थायी समितियों को भी मिलेगा सम्मान
इस वर्ष व्यक्तिगत सांसदों के अलावा दो स्थायी समितियों को भी ‘संसद रत्न सम्मान’ से नवाजा जाएगा।
इनमें शामिल हैं:वित्त संबंधी स्थायी समिति, जिसकी अध्यक्षता भर्तृहरि महताब कर रहे हैं
कृषि संबंधी स्थायी समिति, जिसकी अध्यक्षता डॉ. चरणजीत सिंह चन्नी (कांग्रेस) कर रहे हैं
इन समितियों को यह सम्मान रिपोर्ट की गुणवत्ता, विधायी कार्यों की निगरानी और संसदीय उत्तरदायित्व में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए दिया जाएगा।