ग्रेटर कैलाश में अरविंद केजरीवाल पर जिंदा जलाने का प्रयास, सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी को घेरा
दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में शनिवार (30 नवंबर) को आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमले का मामला सामने आया है। इस हमले को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी को दिल्ली में तीसरी बार हार का सामना करना पड़ने वाला है, और इसी वजह से वह बौखला गई है और गलत रास्ते अपनाने की कोशिश कर रही है।
सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी की पदयात्रा के दौरान हजारों लोग उनसे मिलने और आशीर्वाद लेने के लिए बाहर निकले थे। इस यात्रा के दौरान, जब वे दिल्ली के ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र के सावित्री नगर इलाके से गुजर रहे थे, तभी एक व्यक्ति ने जानबूझकर अरविंद केजरीवाल और उनके साथ चल रहे सौरभ भारद्वाज पर हमला किया।
सौरभ भारद्वाज ने बताया, “एक व्यक्ति ने अरविंद केजरीवाल पर स्प्रिट फेंकी और उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की। उस व्यक्ति के हाथ में एक तरफ माचिस थी और दूसरी तरफ वह स्प्रिट की बोतल लेकर आया था। स्प्रिट तो उस पर गिर गई, लेकिन भगवान का शुक्र है कि आग नहीं लगी। यह घटना बेहद गंभीर है और इसका असर दिल्ली की राजनीति पर पड़ सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “जब से अरविंद केजरीवाल जी पैदल पदयात्रा पर निकले हैं और लोगों से मिल रहे हैं, तभी से बीजेपी बौखलाहट में है। दिल्ली में आगामी चुनाव में बीजेपी को हार नजर आ रही है, और जब कोई पार्टी हारने के कगार पर होती है, तो वह ऐसी बेईमानी करने लगती है।” सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि बीजेपी के इस प्रकार के कृत्यों से उनकी हताशा और निराशा जाहिर हो रही है।
सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा कि इस हमले से यह साफ हो गया है कि बीजेपी अपनी हार से बचने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। उन्होंने कहा, “आज दिल्ली के बीचोबीच एक ऐसे नेता को जिंदा जलाने की कोशिश की गई, जिनकी कोशिश हमेशा दिल्लीवासियों के भले के लिए रही है। यह हर लोकतांत्रिक देश के लिए खतरे की घंटी है कि जब राजनीतिक दल हारने के कगार पर हों, तो वे ऐसी हिंसा की ओर बढ़ सकते हैं।”
इस घटना के बाद दिल्ली में राजनीतिक माहौल और भी गर्मा गया है, और AAP ने बीजेपी पर इस प्रकार के हमले के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वहीं, बीजेपी ने इस आरोप को सिरे से नकारते हुए इसे एक झूठा आरोप बताया है और मामले की जांच की मांग की है।
यह घटना दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ लाती है और अगले कुछ दिनों में यह मुद्दा और भी तूल पकड़ सकता है।