Mahakumbh Traffic Update: महाकुंभ मेला 2025 में श्रद्धालुओं की भीड़ ने प्रशासन के लिए चुनौती उत्पन्न कर दी है। भारी भीड़ और व्यवस्थाओं में आई कमी के कारण प्रयागराज के संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। रविवार को संगम तट पर लगभग डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जिससे स्टेशन पर स्थिति बिगड़ गई। अब तक कुल 43.57 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं और अनुमान है कि अंत तक लगभग 55 करोड़ श्रद्धालु इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनेंगे।
संगम स्टेशन पर बढ़ी भीड़, बंद करने का निर्णय
महाकुंभ मेले के दौरान संगम तट पर उमड़ी भीड़ को देखकर प्रशासन को संगम स्टेशन को बंद करने का कठोर कदम उठाना पड़ा। रविवार को संगम तट पर करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जिससे स्टेशन पर यात्री बाहर नहीं निकल पा रहे थे और भीड़ का दबाव बेहद बढ़ गया था। स्थिति इतनी खराब हो गई कि कंट्रोल रूम से गुहार लगाई गई कि स्टेशन को बंद किया जाए। स्टेशन के अंदर भीड़ इतनी बढ़ गई थी कि यात्रियों को बाहर निकालना भी मुश्किल हो गया था। इसके चलते प्रशासन ने संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद करने का फैसला किया।संगम स्टेशन पर लाइव फुटेज को कई स्क्रीन पर दिखाया गया ताकि प्रशासन स्थिति की समीक्षा कर सके। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि यात्रियों को अन्य स्टेशन जैसे प्रयागराज जंक्शन, फाफामऊ और प्रयाग स्टेशन भेजा जाएगा ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
महाकुंभ के दौरान बढ़ती श्रद्धालु संख्या
महाकुंभ 2025 में अब तक 43.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है, और संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार का अनुमान है कि इस साल महाकुंभ के दौरान 55 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे। रविवार को संगम तट पर श्रद्धालुओं की संख्या एक नई ऊंचाई पर पहुंची, जो महाकुंभ के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के स्नान करने के बाद प्रशासन को विशेष इंतजाम करने पड़े ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना या असुविधा से बचा जा सके।महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि संगम तट और आसपास के क्षेत्रों में भीड़ का दबाव बढ़ गया है। इस बड़ी संख्या को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है, लेकिन इस भारी भीड़ के कारण श्रद्धालुओं को कई बार असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
भविष्य के लिए इंतजाम और सुधार की आवश्यकता
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाएं बेहद महत्वपूर्ण हो जाती हैं। प्रशासन को चाहिए कि आने वाले दिनों में इस तरह की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बेहतर इंतजाम करें ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। साथ ही, संगम स्टेशन जैसी प्रमुख जगहों पर भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए और अधिक कड़े कदम उठाए जाएं।महाकुंभ एक धार्मिक आयोजन है, जो लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक है। ऐसे में इसे बेहतर तरीके से प्रबंधित करने की आवश्यकता है ताकि यह आयोजन सभी के लिए सुरक्षित और सुखद अनुभव बने।