Smriti Irani on Rahul Gandhi: पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी फिर से सुर्खियों में हैं। टीवी धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में अपने पुराने किरदार ‘तुलसी’ के रूप में वापसी के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि वह राजनीति छोड़ सकती हैं। लेकिन स्मृति ईरानी ने इन सभी अटकलों को पूरी तरह से खारिज किया है और साफ कहा है कि वह राजनीति से दूर नहीं जा रही हैं।
राजनीति से नहीं हुई दूर
स्मृति ईरानी ने स्पष्ट किया कि उनका टीवी में एक्टिंग करना राजनीति से दूरी का मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि वह अब भी राजनीति के सक्रिय भागीदार हैं और आगे भी चुनाव लड़ सकती हैं। उन्होंने यह भी माना कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमेठी से हराया था।
राहुल गांधी के खिलाफ तेवर क्यों बदले?
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताया कि राहुल गांधी पर अब वह उतनी मुखर नहीं हैं क्योंकि अब राहुल गांधी की जिम्मेदारी नहीं है। स्मृति ने कहा, “पहले यह मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं राहुल गांधी से मुकाबला करूं, लेकिन अब वह जिम्मेदारी खत्म हो गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर राहुल गांधी 2024 के चुनाव में उनके सामने होते, तो वह उन्हें पुनः हराने के लिए तैयार थीं।
राहुल गांधी अमेठी से चुनाव क्यों नहीं लड़े?
स्मृति ईरानी ने इस बात का खुलासा किया कि गांधी परिवार ने 2024 के चुनाव में उनसे चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, इसलिए राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़े। 2024 में कांग्रेस ने अमेठी से केएल शर्मा को मैदान में उतारा था, जो स्मृति ईरानी को हराने में सफल रहे। वहीं, राहुल गांधी रायबरेली और केरल के वायनाड से चुनाव जीतकर सांसद बने।
राजनीति में वापसी की संभावना
स्मृति ईरानी ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने राजनीति में संन्यास लेने का कोई मन नहीं बनाया है। उन्होंने कहा, “कौन 49 साल की उम्र में संन्यास लेता है? लोग तो इस उम्र में अपना राजनीतिक करियर भी शुरू करते हैं।” उन्होंने बताया कि वह तीन बार सांसद रह चुकी हैं और पांच विभागों की मंत्री रही हैं। उनका मानना है कि अभी उनका राजनीतिक सफर लंबा है।
भविष्य की योजनाएं
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह 2029 के चुनाव में अमेठी से फिर चुनाव लड़ेंगी, तो उन्होंने कहा कि वे भविष्यवाणी नहीं कर सकतीं कि पार्टी क्या फैसला करेगी। लेकिन हो सकता है कि पार्टी 2025 या 2026 में कोई निर्णय ले। स्मृति ईरानी ने साफ कहा कि राजनीति से उनका नाता अभी खत्म नहीं हुआ है और वे भविष्य में भी सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार हैं।

