IND W vs AUS W: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान स्मृति मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई अपनी रिकॉर्ड तोड़ वनडे पारी को अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी नहीं माना है। उन्होंने यह प्रतिक्रिया टीम की हार के बाद दी है, जिसमें भारत को तीसरे वनडे मैच में 43 रन से हार का सामना करना पड़ा और साथ ही तीन मैचों की सीरीज 1-2 से गंवानी पड़ी।
50 गेंदों में शतक लगाने के बाद भी अधूरा सुख
स्मृति मंधाना ने तीसरे वनडे मैच में मात्र 63 गेंदों पर 17 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 125 रन बनाए, जो कि वनडे महिला क्रिकेट में काफी तेजी से शतक लगाने वाली पारी थी। इस पारी में उन्होंने विराट कोहली का रिकॉर्ड भी तोड़ा। हालांकि, मंधाना ने साफ तौर पर कहा कि जब टीम हार जाती है, तो व्यक्तिगत उपलब्धि का कोई खास महत्व नहीं रह जाता। उन्होंने बताया कि उनकी नजरें हमेशा टीम की जीत पर रहती हैं।
हार के बावजूद सीरीज से मिली सीख
मंधाना ने कहा कि यह सीरीज वर्ल्ड कप से पहले टीम संयोजन और कमजोरियों को समझने का एक मौका थी। उन्होंने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया एक बेहतरीन टीम है और उनके खिलाफ मुकाबला खुद को परखने का जरिया था। मंधाना ने कहा,“यह सीरीज हमारे लिए सही टीम बनाने की प्रक्रिया थी। हम इसे आत्मविश्वास बढ़ाने वाली सीरीज नहीं समझते बल्कि ताकत और कमजोरियों को समझने वाली सीरीज मानते हैं।”
फील्डिंग में सुधार की जरूरत
भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी इस सीरीज में फील्डिंग के रूप में सामने आई। इंग्लैंड में शानदार फील्डिंग प्रदर्शन करने वाली टीम इस बार 12 से अधिक कैच छोड़ चुकी है। मंधाना ने माना कि फील्डिंग में अंतर नजर आया और इसे वर्ल्ड कप से पहले सुधारना जरूरी है। उन्होंने कहा,
“फील्डिंग खेल का अहम हिस्सा है। हमें टीम के रूप में निरंतरता बनानी होगी। कुछ दिन ऐसे होते हैं जब फील्डिंग ठीक नहीं रहती, लेकिन हमें बेहतर होना होगा।”
वर्ल्ड कप टीम चयन पर मंथन जारी
वर्ल्ड कप की शुरुआत नजदीक है, लेकिन मंधाना ने टीम चयन को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए। उन्होंने कहा कि अंतिम टीम चयन पिच और परिस्थिति के अनुसार किया जाएगा। उन्होंने कहा,“हम यह नहीं बताना चाहते कि किस संयोजन के साथ जाएंगे। यह काफी हद तक पिच और मुकाबले की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।”

