Mansa Devi accident;हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते एक दर्दनाक भगदड़ की घटना सामने आई। यह हादसा मंदिर परिसर से करीब 100 मीटर पहले सीढ़ियों के मार्ग पर उस समय हुआ जब सुबह करीब सवा नौ बजे श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ पड़े। हरियाली तीज के पर्व पर हजारों की संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे थे। इस अफरा-तफरी में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से 15 को ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे में दीवार पर चढ़ने की मची होड़
चश्मदीदों के मुताबिक, भीड़ बेकाबू हो चुकी थी और कई श्रद्धालु मंदिर में जल्दी प्रवेश पाने के लिए सुरक्षा दीवारों पर चढ़ने लगे। इसी जल्दबाजी और अराजकता ने भगदड़ का रूप ले लिया, जिससे लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए। मंदिर की ओर जाने वाली संकरी सीढ़ियों और भीड़ की भारी संख्या ने स्थिति को और जटिल बना दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में श्रद्धालुओं के निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक और मन को व्यथित करने वाला है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।”
राज्य सरकार देगी दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के हर मृतक श्रद्धालु के परिवार को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता राज्य सरकार की ओर से दी जाएगी। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि वे उत्तराखंड सरकार से समन्वय बनाते हुए मृतकों के पार्थिव शरीर उनके गृह जनपद तक पहुंचाएं और परिजनों को समय पर सौंपें।
मृतक श्रद्धालु उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड से
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस हादसे में मारे गए श्रद्धालु उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के निवासी थे। इससे साफ है कि मंदिरों में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधों को लेकर अब और अधिक सख्ती और तैयारी की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।