Bihar Election Result: भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी रहे चंद्रशेखर सिंह के निधन की खबर ने पूरे क्षेत्र को गहरे शोक में डुबो दिया है। पटना में इलाज के दौरान अंतिम सांस लेने वाले चंद्रशेखर सिंह एक सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक के रूप में जाने जाते थे। वे न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहे, बल्कि सामाजिक सरोकारों के प्रति भी अत्यंत संवेदनशील और सक्रिय रहे। चुनावी मैदान में उतरकर उन्होंने विकास और जनहित को केंद्र में रखते हुए अपने विचारों और संकल्पों को जनता तक पहुँचाया था।
अचानक दिल का दौरा पड़ा
चंद्रशेखर सिंह ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी की ओर से तरारी सीट पर अपनी दावेदारी पेश की थी। हालांकि उन्हें कुल 2271 मत प्राप्त हुए, लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह उन्होंने जनता से संवाद स्थापित किया, वह आज भी लोगों के दिलों में ताज़ा है। प्रचार अभियान के समय ही उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनकी स्वास्थ्य स्थिति लगातार नाजुक बनी रही। गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पटना ले जाया गया, जहाँ उपचार के दौरान उन्होंने जीवन की अंतिम लड़ाई हार दी।
क्षेत्र में शोक की लहर
उनके निधन की सूचना मिलते ही तरारी समेत पूरे भोजपुर क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई। स्थानीय लोग, समर्थक, और उनकी विचारधारा से जुड़े लोग गहरे दुःख में डूब गए। चंद्रशेखर सिंह को एक सरल, मिलनसार और ईमानदार व्यक्ति के रूप में याद किया जा रहा है, जो हमेशा समाज सेवा और जनहित के लिए आगे रहते थे। लंबे समय तक शिक्षक रहने के कारण उनका स्थानीय समुदाय के साथ गहरा जुड़ाव था। उनके कई पूर्व छात्र उन्हें न सिर्फ एक शिक्षक, बल्कि एक मार्गदर्शक के रूप में भी देखते थे।
चुनाव में हार-जीत उनके लिए कभी प्राथमिकता नहीं रही। वे हमेशा यह कहते थे कि राजनीति उनके लिए सेवा का एक माध्यम है। वे क्षेत्र के विकास, शिक्षा की गुणवत्ता और युवाओं के सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर लगातार काम करते रहे। इसलिए, उनकी मृत्यु सिर्फ एक राजनीतिक कार्यकर्ता की मौत नहीं मानी जा रही, बल्कि समाज के एक समर्पित सेवक की अपूरणीय क्षति के रूप में देखी जा रही है।
निधन को एक बड़ी क्षति बताया
जन सुराज पार्टी ने भी उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। पार्टी नेताओं ने उन्हें एक प्रतिबद्ध और ईमानदार कार्यकर्ता बताया, जो संगठन की विचारधारा को मजबूती से आगे बढ़ाने में लगातार सक्रिय रहे। क्षेत्रीय जनता ने भी उनके निधन को एक बड़ी क्षति बताया है और कहा है कि उनकी ईमानदार छवि और सेवाभाव को भुलाया नहीं जा सकेगा।
चंद्रशेखर सिंह के जाने से तरारी की जनता ने एक ऐसा नेता खो दिया है, जो राजनीतिक लाभ से अधिक समाज की भलाई को महत्व देता था। उनका जाना शिक्षा जगत, सामाजिक क्षेत्र और राजनीतिक हलकों के लिए एक बड़ी हानि है। उनकी स्मृतियाँ और उनके द्वारा चलाए गए जनसरोकार के कार्य आने वाले समय में लोगों को प्रेरित करते रहेंगे।

