Telangana Accident: तेलंगाना राज्य से सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां के रंगारेड्डी जिले में हुए इस भीषण सड़क हादसे में अब तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 18 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। यह दर्दनाक घटना उस समय हुई जब बजरी से भरा एक डंपर तेज रफ्तार में आकर एक प्राइवेट बस से आमने-सामने टकरा गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और कई यात्रियों की मौके पर ही जान चली गई।
मौके पर मचा हाहाकार
हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस और राहत-बचाव दल मौके पर पहुंचा और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को बेहतर इलाज के लिए हैदराबाद के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है। पुलिस ने बताया कि बस में सवार अधिकांश लोग रोजमर्रा के काम पर जाने वाले ऑफिसकर्मी और कुछ छात्र थे। सुबह का समय होने के कारण बस लगभग पूरी तरह भरी हुई थी।
तेज रफ्तार और लापरवाही बनी हादसे की वजह
प्राथमिक जांच के अनुसार, यह हादसा तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण हुआ है। बताया जा रहा है कि बजरी ले जा रहा डंपर अत्यधिक गति में था और अचानक नियंत्रण खो बैठा, जिसके चलते वह सीधे बस से टकरा गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस सड़क किनारे पलट गई और कई यात्री उसके अंदर फंस गए। राहत दल को बस का ढांचा काटकर घायलों और शवों को बाहर निकालना पड़ा।
मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ घायलों की हालत बेहद नाजुक है, जिसके चलते मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। फिलहाल पुलिस ने हादसे की पूरी जांच शुरू कर दी है और डंपर चालक की तलाश की जा रही है, जो घटना के बाद मौके से फरार हो गया। हादसे के कारण आसपास के क्षेत्र में लंबा जाम लग गया था, जिसे कई घंटों की मशक्कत के बाद हटाया गया।
राज्य सरकार ने जताया दुख
तेलंगाना सरकार ने इस दर्दनाक सड़क दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा जल्द की जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बेहद दुखद घटना है और सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश और शोक की लहर
हादसे के बाद रंगारेड्डी जिले और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई है। कई मृतक स्थानीय निवासी थे, जिनमें स्कूली छात्र, निजी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी और महिलाएं शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।

