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बिहार मूल के मतदाताओं को साधने की रणनीति सफल, अब पटना में होंगे शपथ ग्रहण समारोह के विशेष अतिथि

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जल्द ही पटना में होने वाले नए एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। बिहार में बनने जा रही नई सरकार 20 नवंबर को शपथ लेगी और इस अवसर पर सैनी की मौजूदगी को राजनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

यह केवल एक औपचारिक उपस्थिति नहीं है, बल्कि हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनावों में सैनी की सक्रिय और प्रभावी भूमिका का परिणाम भी है। हरियाणा भाजपा ने बिहार मूल के वोटरों को लुभाने के लिए एक व्यापक रणनीति अपनाई थी, जिसका केंद्रबिंदु रहे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी।

बिहार विधानसभा चुनाव में नायब सैनी की भूमिका

बिहार के जिन आठ विधानसभा क्षेत्रों पर एनडीए उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे, वहां प्रचार की जिम्मेदारी नायब सिंह सैनी को सौंपी गई थी। उन्होंने इन क्षेत्रों में चुनावी सभाएं, जनसभाएं, रैलियां और रोड शो कर मतदाताओं से सीधे संवाद स्थापित किया।

सैनी का बिहार से एक विशेष भावनात्मक और सामाजिक जुड़ाव भी है, क्योंकि हरियाणा में बड़ी संख्या में बिहार मूल के लोग रहते और काम करते हैं। उनकी यही पृष्ठभूमि भाजपा के लिए वोटों में तबदील करने की महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुई। चुनावी मैदान में उनकी उपस्थिति और जनता से जुड़े रहने की उनकी शैली ने स्थानीय मतदाताओं पर सकारात्मक प्रभाव डाला।

सभी आठ सीटों पर एनडीए को जीत

हरियाणा के सीएम द्वारा प्रचारित सभी आठ विधानसभा सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की जीत ने भाजपा की रणनीति को मजबूत साबित किया। पार्टी के अनुसार, नायब सिंह सैनी का स्ट्राइक रेट 100 प्रतिशत रहा, जो किसी भी प्रचारक नेता के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि मानी जाती है।

भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि यदि सैनी को इन सीटों पर प्रचार की जिम्मेदारी न मिलती, तो चुनावी समीकरण कुछ और भी हो सकते थे। उनकी लोकप्रियता और तरीके ने वहां का राजनीतिक माहौल एनडीए के पक्ष में मोड़ा।

बिहार मूल के मतदाताओं पर फोकस

हरियाणा भाजपा लंबे समय से यह समझती है कि हरियाणा में निवास करने वाले बिहार मूल के मतदाता चुनावों को काफी प्रभावित करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने एक विशेष अभियान चलाया था, जिसमें नायब सिंह सैनी की भूमिका अग्रणी रही।

उनकी रैलियों में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए और पार्टी का संदेश सीधे लोगों तक पहुंचा। इस रणनीति के तहत किए गए प्रयासों का सीधा लाभ बिहार विधानसभा चुनाव में दिखा, जहां एनडीए की जीत में एक महत्वपूर्ण योगदान हरियाणा की टीम से भी जुड़ा माना गया।

शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थिति का महत्व

20 नवंबर को पटना में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री की उपस्थिति केवल सम्मान का विषय नहीं है, बल्कि दो राज्यों के बीच राजनीतिक और सामाजिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में भी एक कदम है।

सैनी की मौजूदगी यह संकेत भी देती है कि एनडीए के भीतर राज्यों के बीच आपसी सहयोग और समन्वय का दायरा बढ़ रहा है। उनकी सक्रियता को देखकर यह भी माना जा रहा है कि वे भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

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