Vaishno Devi Landslide: जम्मू-कश्मीर में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा के दौरान एक भूस्खलन की चपेट में आने से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। इस भयावह हादसे में परिवार के एक 18 वर्षीय युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य चार सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह घटना यात्रा मार्ग पर तब घटी जब पहाड़ से अचानक भारी मात्रा में मलबा नीचे आ गिरा।
परिवार के दर्शन यात्रा का अंत हुआ शोक में
मुजफ्फरनगर शहर के रामलीला टिल्ला क्षेत्र निवासी 46 वर्षीय मिंटू कश्यप माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए अपने परिवार के साथ गए थे। उनके साथ पत्नी बबली, पुत्र कार्तिक, पुत्री उमंग और रिश्तेदार वैष्णवी भी यात्रा में शामिल थे। यात्रा मार्ग पर अचानक हुए भूस्खलन में पूरा परिवार बुरी तरह फंस गया।कार्तिक की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई, जबकि बाकी चारों को गंभीर चोटें आई हैं। सभी घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज जारी है।
अस्पताल से दी गई परिवार को सूचना
भूस्खलन के बाद मिंटू कश्यप ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद किसी दूसरे व्यक्ति के फोन से अपने रिश्तेदारों को इस दर्दनाक हादसे की जानकारी दी। जैसे ही यह सूचना मुजफ्फरनगर में उनके घर पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। मोहल्ले में लोगों की भीड़ मिंटू के घर उमड़ पड़ी।
सरकारी मंत्री ने जताया दुख, हर संभव सहायता का आश्वासन
प्रदेश सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल स्वयं पीड़ित परिवार से मिलने उनके आवास पहुंचे। उन्होंने संवेदना प्रकट करते हुए कहा:“जम्मू में बादल फटने और भूस्खलन के चलते करीब 10 लोगों की जान गई है। हमारा एक परिवार भी इस घटना का शिकार हुआ है। मृतक कार्तिक एक होनहार युवक था। मैंने जिला प्रशासन और राज्यपाल से बात कर पीड़ित परिवार को मदद दिलवाने का भरोसा दिलाया है।”
परिजनों का छलका दर्द: ‘घर उजड़ गया है’
मिंटू कश्यप के बड़े भाई बाबूराम कश्यप ने कहा:“भाई अपने परिवार सहित माता के दर्शन करने गया था। वापसी में यह हादसा हो गया। अस्पताल से मिंटू का फोन आया कि मन्नू अब नहीं रहा। यह सुनते ही जैसे हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई। मन्नू पढ़ाई में अव्वल और संस्कारी था। अब सबकुछ खत्म हो गया है।”
प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता जरूरी
यह हादसा इस बात की चेतावनी है कि पर्वतीय इलाकों में यात्रा करते समय सतर्कता और पूर्व तैयारी बेहद जरूरी है। भूस्खलन जैसी घटनाएं जानलेवा साबित हो सकती हैं। प्रशासन को भी चाहिए कि ऐसे पवित्र स्थलों पर यात्रा सुरक्षा को और सख्त बनाया जाए।