समाजवादी पार्टी के संस्थापक और धरतीपुत्र के नाम से मशहूर नेताजी मुलायम सिंह यादव की द्वितीय पुण्यतिथि पर उन्हें पूरे सम्मान के साथ याद किया गया। सैफई में आयोजित कार्यक्रम में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नेताजी की मूर्ति और समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शिवपाल सिंह यादव, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव, आदित्य यादव, तेज प्रताप यादव, आशु मलिक समेत कई पार्टी नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अखिलेश यादव ने जताया रतन टाटा के निधन पर शोक
इस मौके पर अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर भी गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रतन टाटा ने आजादी से पहले और बाद में भी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अखिलेश ने कहा कि उनके साथ उनके व्यक्तिगत संबंध भी थे, और उन्होंने हमेशा अपने उसूलों पर अडिग रहते हुए कारोबार किया।
नेताजी के संघर्ष और समाजवादी मूल्यों की याद
अखिलेश यादव ने अपने पिता, मुलायम सिंह यादव के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि नेताजी ने इसी धरती पर संघर्ष किया और यहां से चोट खाकर ‘धरतीपुत्र’ बने। राजनीति के उतार-चढ़ाव के बावजूद नेताजी ने हमेशा समाज को सही दिशा दिखाने का काम किया। अखिलेश यादव ने संकल्प लिया कि वह नेताजी के बताए मार्ग पर चलते हुए समाजवादी मूल्यों के माध्यम से लोगों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास करेंगे।