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डॉ. सम्पूर्णानन्द की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित, अजय राय ने की उनके योगदान की सराहना

Ajai Rai : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, साहित्यकार और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, डॉ. सम्पूर्णानन्द की पुण्यतिथि के मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर अजय राय ने डॉ. सम्पूर्णानन्द के योगदान और उनके आदर्शों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

डॉ. सम्पूर्णानन्द का योगदान

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने डॉ. सम्पूर्णानन्द की सादगी और विद्वता की सराहना करते हुए कहा कि वह हम सभी के आदर्श थे। डॉ. सम्पूर्णानन्द हिन्दी भाषा के प्रबल समर्थक थे और कई विषयों में गहरी जानकारी रखते थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण ग्रंथों और पुस्तकों की रचनाएं कीं, जो आज भी विद्वान वर्ग और समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं। वह न केवल एक महान साहित्यकार थे, बल्कि एक सक्षम और प्रभावशाली राजनेता भी थे।

डॉ. सम्पूर्णानन्द ने उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं। इसके अलावा, वह राजस्थान के राज्यपाल भी रहे। इन उच्च पदों पर रहते हुए भी उनका व्यक्तित्व सादगी और सहजता से भरा हुआ था। डॉ. सम्पूर्णानन्द का जीवन यह दर्शाता है कि उच्च पदों पर रहते हुए भी यदि व्यक्ति में सच्ची निष्ठा और सादगी हो, तो वह समाज के लिए सच्चा योगदान कर सकता है।

राजनीति और साहित्य में योगदान

राजनीति में सक्रिय रहते हुए भी डॉ. सम्पूर्णानन्द ने उच्च कोटि के साहित्य का सृजन किया। उनकी रचनाओं में ज्ञान, विचारशीलता और समाज के प्रति उनका दायित्व परिलक्षित होता था। उनके साहित्यिक कार्यों ने समाज को जागरूक किया और उन्हें एक महान साहित्यकार के रूप में स्थापित किया।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई आलोचना

इस दौरान अजय राय ने यह भी कहा कि डॉ. सम्पूर्णानन्द की विरासत को समाप्त करने का प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया था। उन्होंने बताया कि वाराणसी में डॉ. सम्पूर्णानन्द के नाम पर स्थित स्पोर्ट कॉलेज का नाम बदलने की कोशिश की गई थी, लेकिन कांग्रेस के विरोध के कारण इस प्रयास में सरकार सफल नहीं हो पाई। अजय राय ने कहा कि यह कुत्सित प्रयास डॉ. सम्पूर्णानन्द की महानता को समाप्त करने के उद्देश्य से किया गया था, जिसे कांग्रेस ने पूरी मजबूती से नकारा।

विरासत को बचाने का संकल्प

अजय राय ने इस अवसर पर संकल्प लिया कि डॉ. सम्पूर्णानन्द की विचारधारा और उनकी विरासत को बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि डॉ. सम्पूर्णानन्द का जीवन हमें यह सिखाता है कि हमें अपनी विरासत को बचाने के लिए हमेशा संघर्ष करना चाहिए और अपने आदर्शों पर दृढ़ रहना चाहिए।

पुण्यतिथि पर अर्पित श्रद्धांजलि

डॉ. सम्पूर्णानन्द का जीवन हमें राजनीति, साहित्य और समाजसेवा के क्षेत्र में प्रेरणा देने वाला है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनकी विरासत को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

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