Jaya Bachcha: राज्यसभा के बजट सत्र के दौरान एक अनोखा घटनाक्रम सामने आया जब सभापति जगदीप धनखड़ ने सभा में जया बच्चन का नाम उठाया। इस संदर्भ में सभा का माहौल बिल्कुल बदल गया। सभापति धनखड़ और जया बच्चन के बीच की बातचीत ने सभी को अपनी ओर खींच लिया।
सभापति धनखड़ ने जया बच्चन का पूरा नाम लिया फिर..
जैसे ही सभापति धनखड़ ने जया बच्चन का पूरा नाम लिया, जया बच्चन ने अपनी सीट से उठकर विवाद को भड़काया। सभापति ने उन्हें ‘श्रीमति जया अमिताभ बच्चन’ कहकर संबोधित किया, जिस पर जया ने सभापति से पूछा कि क्या उन्हें ‘अमिताभ’ का मतलब पता है। इस पर सभापति ने उनका नाम बदलने का आदेश दिया और बताया कि सदस्यों के नामों में बदलाव की प्रक्रिया नियमों के अनुसार होगी।
जया बच्चन ने स्पष्ट किया कि..
इस घटना में जया बच्चन ने स्पष्ट किया कि उन्हें अपने नाम पर गर्व है और उनके पति, अमिताभ बच्चन, की उपलब्धियों पर भी। इसके बाद सभापति ने उन्हें सीट पर बैठने के लिए कहा, लेकिन जया ने इसे इनकार कर दिया और मनोहर लाल खट्टर की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनके नाम के साथ उनकी पत्नी का नाम भी लिखा जाए।
इस घटना ने सभा में विवाद की आग भड़काई और चर्चा को गहराया, जिसमें सभापति के और सदस्यों के बीच में नये दृष्टिकोण समझने की भी कोशिश की गई।