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Maha kumbh मेलाधिकारी कार्यालय में महिला संत का हंगामा: सरकारी मोबाइल भी उठाया


Maha kumbh2025 महाकुंभ के आयोजन के बीच मेलाधिकारी कार्यालय में गुरुवार दोपहर एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब एक महिला संत अपने शिष्यों के साथ अस्थायी कार्यालय पहुंची और वहां जमकर हंगामा किया। महिला संत ने न केवल कार्यालय के स्टाफ से हाथापाई की, बल्कि मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का सरकारी मोबाइल भी उठा लिया। यह घटना महाकुंभ के आयोजन स्थल पर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है, जो सुर्ख़ियों में आ गया।

घटना का विवरण
महिला संत अपने शिष्यों के साथ मेलाधिकारी कार्यालय पहुंची और बिना किसी सूचना के वहां का माहौल बिगाड़ दिया। जानकारी के मुताबिक, महिला संत ने मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से विवाद किया, जिसके बाद कार्यालय के कर्मचारियों और संत के शिष्यों के बीच हाथापाई हुई। इस दौरान महिला संत ने मेलाधिकारी का सरकारी मोबाइल भी अपने साथ ले लिया। यह घटना कार्यालय में उपस्थित अन्य कर्मचारियों और वहां के सुरक्षाकर्मियों के लिए चौंकाने वाली थी, क्योंकि इस प्रकार का हंगामा पहले कभी नहीं देखा गया था।

पुलिस की कार्रवाई और धरने की चेतावनी
इस हंगामे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दो लोगों को हिरासत में लिया। हालांकि, पुलिस ने दोनों को धरने की चेतावनी देने के बाद उन्हें छोड़ दिया। यह भी बताया गया कि महिला संत और उनके शिष्य सरकारी कर्मचारियों से किसी तरह की शिकायत कर रहे थे, जिसके चलते यह विवाद उत्पन्न हुआ। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी और जांच की आवश्यकता है और वे यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि महिला संत का उद्देश्य क्या था।

अगले कदम और प्रशासन की भूमिका
यह घटना महाकुंभ के आयोजन के संदर्भ में महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि प्रशासन ने तुरंत इस मामले की जांच शुरू कर दी है। मेलाधिकारी कार्यालय में हुई इस घटना के बाद प्रशासन ने सभी अधिकारियों को इस प्रकार की अप्रत्याशित घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहने की सलाह दी है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

हंगामा और हाथापाई का मंजर
महाकुंभ के दौरान होने वाली ऐसी घटनाएं प्रशासन और अधिकारियों के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करती हैं। इस मामले में महिला संत का हंगामा न केवल कार्यालय के वातावरण को बिगाड़ने का कारण बना, बल्कि इसने सरकारी सुरक्षा व्यवस्था और आस्थाओं के बीच एक नई बहस भी छेड़ दी है। आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाओं के लिए प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।

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