Vinesh Phogat: विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 50 किलोग्राम कुश्ती इवेंट के गोल्ड मेडल मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर ली थी, जिसका आयोजन 7 अगस्त को होना था। लेकिन मुकाबले से पहले ही उन्हें 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण डिस्क्वालीफाई कर दिया गया। यह खबर सुनकर पूरा देश हैरान रह गया, क्योंकि उनसे गोल्ड मेडल की बड़ी उम्मीदें थीं।
विनेश फोगाट का संन्यास
इस डिस्क्वालिफिकेशन से विनेश फोगाट पूरी तरह टूट गईं और 8 अगस्त की सुबह उन्होंने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी। इस घोषणा के बाद पूरा देश स्तब्ध रह गया। उनके संन्यास पर पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी।
भावुक पोस्ट और प्रतिक्रिया
8 अगस्त की सुबह 5:17 बजे विनेश फोगाट ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक भावुक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने लिखा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब।”
बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक की प्रतिक्रिया
टोक्यो ओलंपिक 2020 के कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने विनेश फोगाट के संन्यास पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “विनेश आप हारी नहीं आपको हराया गया है, हमारे लिए आप सदैव विजेता रहेंगी।”
रियो ओलंपिक 2016 की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने भी एक्स पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी, “विनेश तुम नहीं हारी हर वो बेटी हारी है जिनके लिए तुम लड़ी और जीती।”
वजन कम करने का प्रयास और परिणाम
7 अगस्त की सुबह विनेश फोगाट का वजन मापा गया। फाइनलिस्ट होने के कारण उनका वजन 50 किलोग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए था, लेकिन उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, जिसके बाद उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया।
वजन कम करने के प्रयास
विनेश फोगाट ने वजन कम करने के लिए बहुत प्रयास किए। उन्होंने खाना नहीं खाया, पानी नहीं पिया और पूरी रात पसीना बहाया। उन्होंने अपने बाल भी छोटे करवा लिए, लेकिन फिर भी उनका वजन कम नहीं हुआ। इस पूरी प्रक्रिया के बावजूद उनका वजन 100 ग्राम अधिक रहा, जिसके कारण उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया।
पूरे देश के लिए एक बड़ी निराशा
विनेश फोगाट का पेरिस ओलंपिक 2024 से डिस्क्वालीफाई होना और उसके बाद उनका संन्यास लेना न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी निराशा है। विनेश का संन्यास भावनात्मक रूप से देशवासियों को झकझोर देने वाला है और उनके सहयोगियों ने भी उनकी स्थिति को समझते हुए अपना समर्थन जताया है।