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विनेश फोगाट की ऐतिहासिक जीत: डिफेंडिंग ओलंपिक चैंपियन को हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश

Vinesh Phogat: भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने पहले ही राउंड में डिफेंडिंग ओलंपिक चैंपियन को हरा दिया है। उन्होंने महिला 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती मैच में जापान की यूई सुसाकी को 3-2 से पराजित कर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया। सुसाकी, जो चार बार की वर्ल्ड चैंपियन और 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में 50 किलोग्राम कैटेगरी में गोल्ड मेडलिस्ट रही थीं, को हराकर विनेश ने भारत के लिए स्वर्ण पदक की उम्मीद जगा दी है।

राउंड ऑफ 16 में अद्भुत प्रदर्शन

विनेश ने राउंड ऑफ 16 के इस मैच में दूसरे राउंड के अंतिम 10 सेकेंड तक 0-2 से पिछड़ रही थीं, लेकिन आखिरी 5 सेकेंड में जबरदस्त क्लिंच गेम दिखाते हुए 3 प्वाइंट बटोरे और 3-2 से जीत प्राप्त की। यह जीत इसलिए ऐतिहासिक है क्योंकि युई सुसाकी ने टोक्यो ओलंपिक्स में अपने पहले राउंड से लेकर फाइनल तक किसी भी विरोधी को एक भी अंक नहीं बटोरने दिया था। जापान की युई सुसाकी को आज तक अपने करियर में केवल तीन बार हार मिली थी और विनेश फोगाट उन्हें हराने वाली इतिहास की केवल चौथी पहलवान बन गई हैं।

संघर्ष और विवाद का दौर

विनेश फोगाट का करियर बेहद शानदार लय से आगे बढ़ रहा था, लेकिन पिछला डेढ़ साल उनके लिए संघर्षपूर्ण भी रहा है। पिछले करीब डेढ़ साल से वे इसलिए धरने पर बैठी हुई थीं कि भारतीय कुश्ती संघ (WFI) ने उन्हें ओलंपिक क्वालीफायर्स में भाग लेने से रोकने का प्रयास किया था। WFI ने इन आरोपों को यह कहकर खारिज कर दिया था कि विनेश का कोच और फिजियो के लिए आवेदन अंतिम तारीख निकल जाने के बाद आया था।

विवाद और आरोप

विनेश ने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण सिंह और संजय सिंह पर भी आरोप लगाए थे कि उन्हें ओलंपिक्स में भाग लेने से रोकने का हर संभव प्रयास किया गया था। विनेश की मुसीबतें यहीं नहीं रुकतीं क्योंकि वे उन तीन नामी पहलवानों (विनेश, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक) में शामिल रहीं, जिन्होंने बृज भूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए धरना दिया था।

स्वर्ण पदक की ओर बढ़ती उम्मीदें

विनेश फोगाट की यह जीत न केवल उनकी उत्कृष्टता का प्रमाण है, बल्कि भारतीय कुश्ती के भविष्य के लिए भी एक नई उम्मीद जगाती है। उनके अद्वितीय प्रदर्शन और संघर्ष ने भारतीय कुश्ती के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है। अब सभी की निगाहें उनके अगले मुकाबलों पर हैं, और भारत को उम्मीद है कि वे अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए स्वर्ण पदक हासिल करेंगी।

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