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वोडाफोन आइडिया के शेयरों में जबरदस्त उछाल, सरकार के फैसले से मिला बड़ा राहत पैकेज

सरकार के फैसले से वोडाफोन आइडिया के निवेशकों में विश्वास, शेयर 18 फीसदी तक उछले

मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में जहाँ अधिकांश शेयर लाल निशान में रहे, वहीं वोडाफोन-आइडिया (Vodafone Idea) के शेयरों में अचानक एक जबरदस्त उछाल देखने को मिला। बाजार खुलने के कुछ समय बाद ही वोडाफोन आइडिया के शेयरों में रॉकेट जैसी तेजी देखी गई, जो कि 18 फीसदी तक पहुंच गई। यह वृद्धि उस समय आई जब सरकार ने कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण राहत पैकेज का ऐलान किया, जिसने न केवल कंपनी को राहत दी बल्कि निवेशकों का भरोसा भी मजबूत किया।

सरकार का बड़ा फैसला और कंपनी को मिली राहत

दरअसल, वोडाफोन आइडिया के शेयरों में आई यह तेजी केंद्र सरकार के एक अहम फैसले के बाद आई है। सरकार ने केंद्रीय कैबिनेट के माध्यम से टेलीकॉम ऑपरेटरों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने फैसला लिया है कि 2022 में खरीदे गए स्पेक्ट्रम के लिए अब टेलीकॉम कंपनियों को बैंक गारंटी देने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया जाएगा। यह फैसला वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है, क्योंकि इससे कंपनी पर एक बड़ा वित्तीय बोझ कम होगा।

2022 की स्पेक्ट्रम नीलामी में वोडाफोन आइडिया को कुल 24,700 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी जमा करनी थी, जिसकी डेडलाइन अक्टूबर 2025 तक थी। कंपनी लंबे समय से इस मामले में सरकार से राहत की उम्मीद कर रही थी और अब सरकार के इस फैसले ने कंपनी को वह राहत प्रदान की, जिसकी उसे काफी समय से जरूरत थी।

निवेशकों का बढ़ा भरोसा और शेयरों में उछाल

सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से वोडाफोन आइडिया के शेयरों में अचानक 18 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली। पहले जहां कंपनी के शेयर गिर रहे थे, वहीं अब एक बार फिर से शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। वोडाफोन आइडिया के शेयर मंगलवार को 8.28 रुपये तक पहुंच गए, जो कि कंपनी के निवेशकों के लिए राहत भरी खबर है। इस फैसले के बाद, वोडाफोन आइडिया के शेयरों ने एक बार फिर से निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है, और निवेशकों में इस कंपनी को लेकर विश्वास बढ़ा है।

सरकार के फैसले का दीर्घकालिक प्रभाव

केंद्र सरकार का यह फैसला वोडाफोन आइडिया के लिए एक बूस्टर डोज की तरह साबित हो सकता है। इससे कंपनी को आने वाले समय में अपने वित्तीय दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, इस फैसले का दीर्घकालिक प्रभाव भी देखने को मिल सकता है, क्योंकि वोडाफोन आइडिया जैसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटरों को अब स्पेक्ट्रम की खरीदारी के लिए बैंक गारंटी की आवश्यकता नहीं होगी, जो कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकता है।

कुल मिलाकर, केंद्र सरकार के इस फैसले ने वोडाफोन आइडिया को राहत दी है और इसके शेयरों में तेजी का कारण बना है। निवेशकों का भरोसा फिर से लौट आया है और कंपनी को इस फैसले से आने वाले समय में बड़ा फायदा हो सकता है। अब वोडाफोन आइडिया की स्थिति बेहतर हो सकती है और इसके शेयरों में आगे और उछाल देखने को मिल सकता है।

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