Sharmishta Panoli News:30 मई को गुड़गांव से गिरफ्तार हुईं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विवादित बयान दिया था। कोलकाता पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उनके इस बयान ने सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में करीब 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर नामक अभियान चलाया, जिसमें आतंकियों के ठिकानों पर सटीक और सफल कार्रवाई की गई। इस ऑपरेशन की सफलता पर देशभर में खुशी और समर्थन की लहर दौड़ गई थी। लेकिन कुछ लोगों ने इस मिशन को लेकर सवाल उठाए और चुप्पी साध ली।
शर्मिष्ठा पनोली का विवादित वीडियो
शर्मिष्ठा पनोली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई कार्रवाई और उस पर बॉलीवुड हस्तियों की चुप्पी की आलोचना की। उनके इस वीडियो ने कुछ वर्गों में विवाद पैदा कर दिया। विवाद बढ़ने के बाद शर्मिष्ठा ने वीडियो को हटा दिया और माफी भी मांगी, लेकिन तब तक पुलिस ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली थी।
कंगना रनौत का समर्थन
बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री और राजनीतिक सक्रियता के लिए जानी जाने वाली कंगना रनौत ने शर्मिष्ठा पनोली के समर्थन में आवाज उठाई है। कंगना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि शर्मिष्ठा ने भले ही तीखे शब्दों का प्रयोग किया हो, लेकिन यह युवा वर्ग की भाषा है और उसने माफी भी मांगी है। कंगना ने सरकार से शर्मिष्ठा को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की है और कहा कि उन्हें और परेशान करने की जरूरत नहीं है।
शर्मिष्ठा कौन हैं?
शर्मिष्ठा पनोली 22 वर्षीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं और गुड़गांव की रहने वाली हैं। वह पुणे के एक लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा भी रह चुकी हैं। सोशल मीडिया पर उनकी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है। इस विवाद ने उन्हें अचानक देशभर में सुर्खियों में ला दिया है।
गिरफ्तारी और कानूनी प्रक्रिया
कोलकाता पुलिस ने शर्मिष्ठा पनोली को गुड़गांव से गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप शामिल हैं। पुलिस ने उनके परिवार को भी कानूनी नोटिस भेजे हैं।
मामले की संवेदनशीलता
यह मामला न केवल सोशल मीडिया पर बल्कि राजनीतिक और सामाजिक मंचों पर भी गरमाया हुआ है। देश में ऑपरेशन सिंदूर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाजी पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ऐसे मामलों में संतुलित प्रतिक्रिया और कानून के दायरे में रहकर बहस जरूरी मानी जाती है।