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Congress MP Rakesh Rathore पर महिला ने रेप का आरोप, 4 साल तक शारीरिक शोषण का दावा

Congress MP Rakesh Rathore:उत्तर प्रदेश के सीतापुर से एक गंभीर और चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक महिला ने कांग्रेस सांसद राकेश राठौर पर शारीरिक शोषण और रेप का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि सांसद ने उसे चार साल तक धोखा देकर शारीरिक शोषण किया और शादी और राजनीतिक करियर के वादे करके उसके साथ लगातार रेप किया। इस मामले में महिला की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

महिला का आरोप और पुलिस शिकायत

महिला ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि राकेश राठौर ने उसे झांसा देकर चार साल तक शारीरिक शोषण किया। महिला का आरोप है कि सांसद ने उसे शादी करने का वादा किया था, लेकिन बाद में उसे सिर्फ अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने और शारीरिक शोषण का शिकार बनाने के लिए इस्तेमाल किया। महिला ने दावा किया कि उसे बार-बार धोखा दिया गया और इस दौरान सांसद ने उसे धमकियां भी दीं। महिला ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और रिकॉर्डिंग्स भी पुलिस को सौंपे हैं, जिससे उसकी शिकायत को और मजबूती मिल रही है।

सीतापुर पुलिस का बयान और कार्रवाई

सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्रा ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “पीड़िता ने पुलिस को शिकायत दी है कि कांग्रेस सांसद राकेश राठौर ने उसे शादी और करियर बनाने के नाम पर चार साल तक शारीरिक शोषण किया। इस मामले में पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और रिकॉर्डिंग्स की जांच की है। महिला के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस सबूत जुटा रही है।” एसपी ने यह भी बताया कि पीड़िता को सुरक्षा प्रदान की गई है और उसका मेडिकल परीक्षण किया जा चुका है। महिला ने घटना की पूरी पुष्टि की है और पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है।

राजनीतिक हलकों में हलचल, सांसद पर आरोपों की जांच

यह मामला राजनीतिक हलकों में एक बड़ा विवाद बन गया है। कांग्रेस सांसद राकेश राठौर के खिलाफ लगे आरोप बेहद गंभीर हैं और पुलिस की जांच का केंद्र बन गए हैं। फिलहाल राठौर इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से बचते हुए नजर आए हैं, लेकिन जांच के बाद ही सच्चाई का खुलासा हो सकेगा।

नैतिक और कानूनी सवाल उठते हैं

इस घटना ने कई नैतिक और कानूनी सवाल उठाए हैं। एक जनप्रतिनिधि का निजी जीवन और उसकी जिम्मेदारियां किस हद तक उसके सार्वजनिक कार्यों को प्रभावित करती हैं? इसके अलावा, यह भी सवाल उठता है कि क्या इस तरह के मामलों में न्याय का सही समय पर और उचित तरीके से पालन होता है। पुलिस जांच और कोर्ट के फैसले पर अब सबकी नजरें टिकी हुई हैं, जो इस गंभीर मामले का निष्कर्ष तय करेंगे।

महिलाओं के खिलाफ शोषण और हिंसा के मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता

यह मामला यह भी सिद्ध करता है कि महिलाओं के खिलाफ शोषण और हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। ऐसे अपराधों को समाज में न केवल सजा मिलनी चाहिए, बल्कि महिलाओं को न्याय मिल सके, यह सुनिश्चित करना भी बेहद जरूरी है।

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