Maha Kumbh Stampede:प्रयागराज के महाकुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ में 50 वर्षीय महिला रमावती की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद परिवार में शोक की लहर दौड़ गई और शव उनके पैतृक गांव देवरिया जिले के भटौली पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। रमावती के परिजन इस दुखद घटना से सदमे में थे और शव को देखकर उनकी आंखों में आंसू थे। यह घटना महाकुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ के कारण हुई थी, जिसमें कई श्रद्धालुओं की जान चली गई।
डीएम और एसपी ने पीड़ित परिवार से मिलकर दी सांत्वना
इस दुखद घटना के बाद देवरिया जिले की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर शुक्रवार की सुबह पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने परिवार को सांत्वना दी और इस मुश्किल समय में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मृतका के शव को देखा और परिवार के लोगों को ढांढस बंधाते हुए उन्हें सरकार की ओर से हर मदद का वादा किया।
पोस्टमार्टम के बाद शव का गांव में अंतिम संस्कार
महिला का शव पहले प्रयागराज के नेहरू अस्पताल में रखा गया था, जहां पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके पैतृक गांव भेजा गया। मृतका के परिवार को सूचना मिलने पर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल स्वयं पोस्टमार्टम हाउस पहुंची और परिवार से मुलाकात की। उन्होंने वहां परिवार को सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया, ताकि वे इस कठिन समय में मानसिक और आर्थिक रूप से सहारा महसूस कर सकें।
अधिकारियों ने की संवेदना व्यक्त
डीएम दिव्या मित्तल और अन्य अधिकारियों ने मृतका के परिवार से मिलकर उन्हें मानसिक और आर्थिक सहायता प्रदान करने की कोशिश की। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द सरकारी सहायता मिल सके, ताकि वे इस कठिन समय में कुछ राहत महसूस कर सकें। इसके अलावा, प्रशासन ने मृतका के परिवार की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने का वादा किया, ताकि वे अपने दुख को सहन कर सकें और इस कठिन घड़ी में अकेला न महसूस करें।