Hajj Deaths: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को जानकारी दी कि इस साल हज यात्रा के दौरान कुल 201 भारतीय हज यात्रियों की मौत हो गई है। यह जानकारी तृणमूल कांग्रेस की सांसद सजदा अहमद के प्रश्न के लिखित उत्तर में दी गई।
मुख्य कारण: सांस संबंधी परेशानी और दिल का दौरा
मंत्री ने बताया कि अधिकतर मौतें सांस संबंधी परेशानी और दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई हैं। यह दुखद स्थिति उस समय सामने आई है जब हज यात्रा 2024 में भाग लेने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बड़ी थी। इस बार हज यात्रा में जाने वाले यात्रियों में से 70 प्रतिशत से अधिक 60 वर्ष से अधिक आयु के थे, जिनकी स्वास्थ्य स्थिति कमजोर होने के कारण जोखिम अधिक था।
आंकड़े और विवरण
21 जुलाई 2024 तक हज यात्रा-2024 के दौरान 201 भारतीय हज यात्रियों की मृत्यु हुई है। मंत्री ने कहा कि इनमें से अधिकांश मौतें सांस की समस्या और दिल के दौरे के कारण हुई हैं। उन्होंने बताया कि इन यात्रियों में से 70 प्रतिशत से अधिक 60 वर्ष से अधिक आयु के थे, जो कि अपने स्वास्थ्य की दृष्टि से अधिक संवेदनशील थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार इन मामलों को गंभीरता से ले रही है और हज यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह से सजग है। उन्होंने यह भी बताया कि आगे की जांच और समीक्षा की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सजदा अहमद का सवाल
तृणमूल कांग्रेस की सांसद सजदा अहमद ने इस बार हज यात्रा में भारतीय नागरिकों की मौत के आंकड़ों के बारे में प्रश्न किया था। उनके प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हर संभव उपाय करेगी ताकि भविष्य में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हज यात्रा के दौरान हुई इन मौतों ने सरकार और संबंधित अधिकारियों को सचेत किया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने यह सुनिश्चित किया है कि सरकार इन घटनाओं की गहराई से जांच करेगी और भविष्य में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।