Kashi News: सावन मास और सोमवार का योग बाबा विश्वनाथ को अत्यंत प्रिय है, और इसके आगमन का उत्साह रविवार की शाम से ही स्पष्ट दिखने लगा। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी कांवरियों और भक्तों से भर गई। शहर के हर प्रवेश मार्ग पर कांवरियों का हुजूम ‘बोल बम’ के नारों के साथ विश्वनाथ धाम की ओर बढ़ता चला गया।
कतारें लंबी होती चली गईं
गंगा नदी में डुबकी लगाकर श्रद्धालुओं ने पवित्र जल भरा और कतारबद्ध होकर बाबा के दर्शन के लिए निकल पड़े। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिसर हर-हर महादेव के नारों से गूंज उठा। जैसे-जैसे रात गहराती गई, कतारें लंबी होती चली गईं।
सभी भक्तों को बेसब्री से भोर का इंतजार था, जब मंगला आरती के बाद मंदिर के द्वार खुलेंगे और वे बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकेंगे। इस अवसर पर बाबा का शिव रूप में विशेष श्रृंगार किया गया। दर्शन का सिलसिला रात तक चलता रहेगा, और भक्त अपनी बारी का इंतजार करते रहेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएँ
1. स्वास्थ्य सेवाएं: मंदिर प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं का विशेष ध्यान रखा है। कई जगहों पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में श्रद्धालुओं को तुरंत सहायता मिल सके।
2. पेयजल और भोजन: भक्तों के लिए जगह-जगह पर पेयजल और भोजन की व्यवस्था की गई है। कई स्वयंसेवी संगठन और सामाजिक संस्थाएँ भी इस कार्य में अपना योगदान दे रही हैं।
3. सुरक्षा व्यवस्था: सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन ने हर संभव प्रयास किया है कि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जा रही है।
4. यातायात व्यवस्था:श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष यातायात प्रबंधन किया गया है। कांवरियों के मार्ग को सुगम बनाने के लिए यातायात पुलिस द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं।
5. विशेष आरती और पूजन: सावन के इस पवित्र महीने में बाबा विश्वनाथ के लिए विशेष आरती और पूजन का आयोजन किया गया है। भक्तों के लिए यह एक अद्वितीय अवसर है जिसमें वे बाबा के प्रति अपनी आस्था प्रकट कर सकते हैं।
श्रद्धा और भक्ति का माहौल:
काशी का यह माहौल श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण है। हर तरफ ‘बोल बम’ और ‘हर हर महादेव’ के नारों से वातावरण गूंज रहा है। सावन के इस पवित्र महीने में बाबा विश्वनाथ के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहाँ पहुंचते हैं। काशी की यह आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति का माहौल हर भक्त के दिल को छू जाता है और उन्हें बाबा के आशीर्वाद से परिपूर्ण कर देता है।
सावन का यह पवित्र महीना बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्तों की असीम आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है। काशी में इस समय जो नजारा है, वह हर किसी को भक्ति और समर्पण के अद्वितीय अनुभव से भर देता है।