Lifestyle: Coffee पीना कई लोग पसंदकरते हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसी देसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे कॉफी के साथ मिलाकर पीने से सेहत को जादूई फायदे मिल सकते हैं। जी हां ये खास ड्रिंक आपको फिट और जवां बनाए रखने में काफी मदद करती है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी बड़ी भूमिका निभाती है। जिन महिलाओं को पीसीओडी या पक आस जैसी बीमारियां होती हैं उन्हें ब्लैक कॉफी विद घी ज्यादा असर करती है।
सेलिब्रिटीज काभी कहना है ब्लैक कॉफी विद घी काफी असरदार होती है वह आपको पूरा दिन एनर्जेटिक रिफ्रेश फील करती है
एक कप कॉफी शरीर को दिनभर एनर्जी देती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये अगर बिना दूध की हो तो और भी फायदेमंद होती है? दरअसल, कई लोग इस बात से अनजान हैं कि कॉफी में घी मिलाकर पीने से सेहत को कितने फायदे मिल सकते हैं। बता दें, दूध के बजाय Black Coffee With Ghee को सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद माना गया है। इसे बनाने के लिए पानी में कॉफी डाल कर थोड़ी देर उबालना होता है और फिर ऊपर से एक चम्मच घी मिलाकर यह तैयार हो जाती है। आइए आपको बताते हैं इसके कुछ लाजवाब फायदे।
क्रेविंग कम करे
कॉफी एक एपेटाइट सप्रेसेंट है जो कि अनावश्यक फूड क्रेविंग को कम करता है। घी एक हेल्दी फैट है जिसका पाचन धीमी गति से होता है और सुबह सुबह ये एनर्जी देने के साथ वेट लॉस करने में मदद करता है।
एसिडिटी दूर करे
आमतौर पर चाय या कॉफी का सेवन एसिडिटी को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि सुबह सुबह इनका सेवन न करने की सलाह दी जाती है। लेकिन ब्लैक कॉफी में घी डाल देने से ये इस बात का तोड़ तैयार हो जाता है और एसिडिटी से बचाव करने के साथ ब्रेकफास्ट में ओवर ईटिंग करने से भी बचाता है जिससे खाने के बाद एसिडिटी या हैवी महसूस नहीं होता है।
एनर्जी लेवल बढ़ाए
शुगर न होने से ये ब्लैक कॉफी विद घी सुबह सुबह शुगर स्पाइक नहीं करती है बल्कि ढेर सारी एनर्जी देती है और फैट बर्न में मदद करती है। इससे दिनभर एनर्जेटिक महसूस होता है।
वेट लॉस में मददगार
घी में कंजुगेटेड लिनोलिक एसिड(CLA) पाया जाता है जो कि हेल्दी बैलेंस डाइट का एक हिस्सा माना जाता है। घी शरीर में जमे फैट को काट कर फैट लॉस के साथ वेट लॉस में भी मदद करता है।
जिमवर्कआउट बेहतर बनाए
घी कॉफी के सेवन से हाई इंटेंसिटी वर्कआउट को करने के लिए सुबह सुबह भरपूर एनर्जी मिलती है। इससे जोड़ों में दर्द भी कम होता है और शरीर का लचीलापन बरकरार रहता है जिससे वर्कआउट करने में दिक्कत महसूस नहीं होती है।