Rajasthan सरकार ने लव मैरिज करने वाले विवाहित जोड़ों और नजदीकी रिश्तों में रह रहे युगलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। इस प्रक्रिया के तहत यदि किसी विवाहित जोड़े या रिलेशनशिप में रह रहे युगल को जान का खतरा महसूस होता है, तो वे स्वयं या अपने प्रतिनिधि या वकील के माध्यम से पुलिस से सुरक्षा की मांग कर सकते हैं।
एसओपी के मुख्य बिंदु
इस एसओपी के अनुसार, सुरक्षा के लिए प्रार्थना पत्र मिलने के बाद पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी और खतरे का आकलन करते हुए जोड़े की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। इसका उद्देश्य उन युगलों की मदद करना है जो परिवार, समाज या अन्य तत्वों से उत्पीड़न या हिंसा का सामना कर सकते हैं।
सरकार का उद्देश्य
राजस्थान पुलिस ने यह कदम ऐसे जोड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है जो लव मैरिज करते हैं या नजदीकी रिश्तों में रहते हैं और जिन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता होती है। इस पहल का उद्देश्य विवाहित युगलों को भयमुक्त माहौल प्रदान करना और किसी भी प्रकार की हिंसा या प्रताड़ना से बचाना है।
प्रक्रिया और सुरक्षा
जोड़े किसी भी पुलिस थाने में या ऑनलाइन माध्यम से भी सुरक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रार्थना पत्र प्राप्त होने के बाद पुलिस खतरे का आंकलन करेगी और उसके आधार पर सुरक्षा प्रदान करेगी। पुलिस यह भी सुनिश्चित करेगी कि युगलों के व्यक्तिगत अधिकारों का सम्मान किया जाए और उन्हें किसी भी प्रकार की हिंसा से सुरक्षित रखा जाए।
राजस्थान सरकार का यह कदम समाज में जागरूकता फैलाने और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।