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ममता बनर्जी का गुस्सा: झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप, वाहनों की एंट्री पर रोक

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों पड़ोसी राज्य झारखंड की सरकार से नाराज हैं। उनका यह गुस्सा केंद्र सरकार या बीजेपी पर नहीं, बल्कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार पर है। ममता बनर्जी ने नाराजगी के चलते झारखंड से आने वाले मालवाहक वाहनों की बंगाल में एंट्री पर रोक लगा दी है। इस फैसले से दोनों राज्यों के बीच तनाव बढ़ गया है, और सीमा पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।

बाढ़ की स्थिति से उपजा विवाद

ममता बनर्जी की नाराजगी की वजह मैथन और पंचेत डैम से छोड़ा गया पानी है, जिससे बंगाल में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। ममता बनर्जी का आरोप है कि झारखंड सरकार ने अपने राज्य को बाढ़ से बचाने के लिए बंगाल में पानी छोड़ दिया, जिससे पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। खासकर मेदिनीपुर और पश्चिम बर्दवान में स्थिति गंभीर हो गई है, जहां डैम से पानी छोड़ने के कारण बाढ़ आ गई है। ममता का कहना है कि झारखंड ने बिना किसी पूर्व सूचना के बंगाल की ओर पानी छोड़ा, जिससे यह संकट उत्पन्न हुआ।

मालवाहक वाहनों पर रोक और उसका असर

झारखंड से आने वाले मालवाहक वाहनों पर रोक लगाने के कारण बंगाल के डीबूडीह चेकपोस्ट पर भारी जाम लग गया है। दिल्ली-कोलकाता लेन में गाड़ियों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। पश्चिम बंगाल पुलिस के अनुसार, यह आदेश सीनियर अधिकारियों द्वारा दिया गया है, और किसी भी बड़े वाहन को बंगाल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया है कि झारखंड सरकार की इस गैरजिम्मेदाराना कार्रवाई के खिलाफ यह कदम उठाया गया है।

डीवीसी के साथ संबंध तोड़ने की घोषणा

ममता बनर्जी ने झारखंड सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल को बाढ़ में धकेलकर झारखंड को बचाने के लिए यह कदम उठाया गया। ममता ने कहा कि उनकी सरकार अब झारखंड के साथ काम करने वाले दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के साथ सभी संबंध तोड़ रही है। ममता का मानना है कि डीवीसी ने बिना सही प्लानिंग के पानी छोड़ा, जिससे बंगाल को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

झारखंड सरकार की प्रतिक्रिया

ममता बनर्जी के इस कदम से झारखंड सरकार भी नाराज हो गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने ममता के फैसले को जल्दबाजी और अनुचित बताया है। उन्होंने कहा कि झारखंड भी अब बंगाल के खिलाफ कार्रवाई करेगा और बंगाल में जाने वाले मालवाहक ट्रकों को रोक देगा। भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि झारखंड के जलाशयों में जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है, और ऐसी स्थिति में अंतर-राज्यीय समिति के निर्देशों के अनुसार ही बांधों से पानी छोड़ा गया है।

बाढ़ के कारण बिगड़ी स्थिति

झारखंड के डैमों से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण बंगाल में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले तीन दिनों में पांच लाख क्यूसेक लीटर पानी बंगाल की ओर छोड़ा गया है, जिससे पश्चिम बंगाल के कई जिलों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसके परिणामस्वरूप झारखंड और बंगाल के बीच अब विवाद बढ़ता जा रहा है, और दोनों राज्य एक-दूसरे के खिलाफ कड़े कदम उठाने की धमकी दे रहे हैं

झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच बाढ़ के कारण उत्पन्न हुए इस विवाद ने दोनों राज्यों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। ममता बनर्जी ने जहां झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, वहीं झारखंड ने भी बंगाल के कदमों को अनुचित बताया है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों राज्य इस संकट को कैसे हल करते हैं और क्या अंतर-राज्यीय संबंधों में कोई स्थायी बदलाव आता है।

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