उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों के लिए हो रहे उपचुनावों का प्रचार अब तेजी से बढ़ने लगा है, और इसके साथ ही नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। ताजा घटनाक्रम मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट से जुड़ा है, जहां शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) को लेकर एक बयान दिया, जिसके बाद सियासी प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया।
सीएम योगी ने मीरापुर में सपा पर निशाना साधते हुए कहा, “जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई।” उनका यह बयान सपा के लिए एक करारा हमला माना जा रहा है, और इसके बाद सपा के नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान को लेकर सपा प्रमुख और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी।
अखिलेश यादव ने सीएम योगी के बयान पर तंज कसा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, “डरे हुए इंसान की सबसे बड़ी पहचान होती है उसकी नकारात्मक बातें। जिनके पास अपनी कोई उपलब्धि नहीं होती, वो दूसरों की बात करते हैं। नकली मुस्कान असलियत नहीं छुपा सकती। अगर प्रतिशत में समझो तो ‘सौ की सौ’ भाजपा उपचुनाव में हार रही ‘नौ की नौ।’” अखिलेश ने इस बयान के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आलोचना की और दावा किया कि भाजपा आगामी उपचुनावों में हारने वाली है।
इसके अलावा, सपा प्रवक्ता दीपक रंजन ने भी सीएम योगी के बयान पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, “योगी जी मुख्यमंत्री हैं, ऐसी भाषा उन पर शोभा नहीं देती। अब उनके पास काम करने के बजाय केवल बयानबाज़ी ही रह गई है। समाजवादी पार्टी ने महिलाओं के लिए जो काम किया है, वह किसी और सरकार ने नहीं किया।”
मीरापुर में भाजपा और सपा के बीच मुकाबला
मीरापुर में अपने संबोधन में सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी को सीधा चेतावनी दी और कहा, “सपा-चट करने का अवसर आ गया है।” सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मीरापुर दौरे की जानकारी देते हुए उन्होंने लिखा, “माँ गंगा के आशीर्वाद से अभिसिंचित, शुकतीर्थ की पावन धरा जनपद मुजफ्फरनगर में आज मीरापुर विधानसभा क्षेत्रवासियों को संबोधित किया। समाजवादी पार्टी को सपा-चट करने का अवसर आ गया है। यहां की जनता ने किसानों, बहन-बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा और सम्मान करने वाली भाजपा-एनडीए को भारी बहुमत से जिताने का निश्चय कर लिया है।”
सीएम योगी का यह बयान इस संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि भाजपा को इस उपचुनाव में जीत का पूरा विश्वास है। उनका कहना था कि मीरापुर की जनता ने पहले ही भाजपा की जीत सुनिश्चित कर ली है, क्योंकि उनकी पार्टी ने हमेशा ही महिलाओं और किसानों की सुरक्षा और सम्मान के लिए काम किया है।
सपा और भाजपा के बीच चुनावी संघर्ष
मीरापुर विधानसभा सीट पर भाजपा और सपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। सीएम योगी के बयान और अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया के बीच, यह साफ है कि दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है। मीरापुर सीट पर उपचुनाव के परिणाम राज्य की आगामी राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।
अब सभी की नजरें 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर टिकी हैं, जिनका परिणाम 23 नवंबर को होगा।