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धोनी को झारखंड हाई कोर्ट से नोटिस: बिजनेस फ्रॉड मामले में नया मोड़

पूर्व पार्टनर्स के काउंटर केस के कारण धोनी को मिली कानूनी चुनौती

झारखंड हाई कोर्ट ने भारतीय क्रिकेटर एमएस धोनी को उनके पुराने बिजनेस पार्टनर्स, मिहीर दिवाकर और सौम्य दास द्वारा किए गए काउंटर केस के चलते नोटिस भेजा है। यह मामला आरका स्पोर्ट्स एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी से जुड़ा है, जिसमें दिवाकर और सौम्य डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे। धोनी ने इस साल जनवरी में अपने दोनों पूर्व पार्टनर्स पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था, जिसके बाद इस मामले में नया मोड़ आया है।

कंपनी से जुड़ी विवाद की शुरुआत

आरका स्पोर्ट्स एंड मैनेजमेंट ने धोनी के साथ एक एग्रीमेंट साइन किया था, जिसके तहत धोनी के नाम पर भारत और विदेशों में क्रिकेट अकादमी खोलने की योजना थी। लेकिन धोनी का कहना है कि उनकी डील साल 2021 में खत्म हो गई थी, फिर भी उनके नाम का इस्तेमाल करके मिहीर दिवाकर और सौम्य दास ने क्रिकेट अकादमी खोलने का सिलसिला जारी रखा। धोनी ने इस पर दावा किया है कि उन्हें इससे 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके बाद, धोनी ने इन दोनों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए रांची में मामला दर्ज कराया था।

काउंटर केस और हाई कोर्ट की सुनवाई

मिहीर दिवाकर और सौम्य दास ने धोनी के खिलाफ दर्ज हुए इस धोखाधड़ी के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। उनका कहना है कि धोनी के खिलाफ दर्ज हुआ मामला बिना आधार के है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा। इसी के चलते झारखंड हाई कोर्ट ने धोनी को नोटिस भेजा है। हालांकि, इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख अभी तक तय नहीं की गई है।

धोनी का बिजनेस साम्राज्य और आईपीएल 2025 में उनकी भूमिका

यह मामला धोनी के बिजनेस साम्राज्य के एक हिस्से के रूप में सामने आया है, जो क्रिकेट के मैदान से बाहर भी काफी सफल है। उन्होंने रांची में ‘माही रेजीडेंसी’ नामक होटल खोला है और बेंगलुरु में एमएस धोनी ग्लोबल स्कूल की स्थापना की है। इसके अलावा, धोनी ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया है, जिनमें रियल एस्टेट और खेल अकादमियां शामिल हैं।

हाल ही में, धोनी आईपीएल 2025 में खेलने के विषय में चर्चा का हिस्सा रहे थे। चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें अगले सीजन के लिए एक अनकैप्ड प्लेयर के रूप में रिटेन किया है, जिसके तहत उन्हें 4 करोड़ रुपये की सैलरी मिलनी है। हालांकि, बिजनेस के मोर्चे पर आने वाली कानूनी चुनौतियां उनके लिए नई हैं।

धोनी का यह मामला उनके करियर के क्रिकेट से इतर एक नई कानूनी चुनौती बनकर सामने आया है। जबकि धोनी का नाम हमेशा खेल के मैदान पर बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है, अब उन्हें अपने पुराने बिजनेस पार्टनर्स के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। इस मामले की सुनवाई के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि धोनी का बिजनेस और उनके निवेश पर इसका क्या असर पड़ेगा।

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