महाराष्ट्र के पालघर जिले में मंगलवार को उस समय राजनीतिक हलचल मच गई जब बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) के कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर आरोप लगाया कि वे नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र के एक होटल के बाहर मतदाताओं को पैसे बांट रहे थे। यह घटना महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के एक दिन पहले हुई और इलाके में माहौल गरमा गया।
आरोपों का बवाल: बीवीए कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
नालासोपारा में हुए इस घटनाक्रम में बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता विनोद तावड़े एक बैठक के दौरान मतदाताओं को पैसे दे रहे थे। बीवीए विधायक क्षितिज ठाकुर के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने होटल के बाहर जमकर हंगामा किया और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों के बाद बीजेपी में हड़कंप मच गया और मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी गई।
विनोद तावड़े का सफाई: ‘हमने केवल बैठक की थी, आरोप निराधार’
वहीं, बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि नालासोपारा में एक बैठक चल रही थी, जिसमें आदर्श आचार संहिता, वोटिंग मशीनों को सील करने और आपत्तियों के समाधान पर चर्चा की जा रही थी। तावड़े ने यह भी कहा कि बीवीए के नेता अप्पा ठाकुर और क्षितिज ठाकुर ने गलतफहमी के चलते यह आरोप लगाया।
तावड़े ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमने सिर्फ एक पार्टी बैठक की थी, जिसमें पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे। बैठक के दौरान कोई बाहरी व्यक्ति नहीं था। मुझे लगता है कि चुनाव आयोग और पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। अगर आरोप सही हैं तो सीसीटीवी फुटेज से इसका सत्य सामने आ सकता है।”
बीजेपी प्रवक्ता का पलटवार: ‘बीवीए के आरोप निराधार और राजनीति से प्रेरित’
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बीवीए के आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा, “यह आरोप बेबुनियाद हैं और महाविकास अघाड़ी अपनी हार की खिसियाहट में इस तरह के आरोप लगा रही है। जिस क्षेत्र नालासोपारा का जिक्र किया जा रहा है, वहां महाविकास अघाड़ी का कोई उम्मीदवार मुकाबले में नहीं है।”
त्रिवेदी ने आगे कहा, “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। महाविकास अघाड़ी हार के डर से इस तरह के आरोप लगा रही है। अगर उनके पास कोई ठोस सबूत हैं, तो उन्हें सामने लाना चाहिए। अगर कोई कार्रवाई हुई है, तो सीसीटीवी फुटेज से यह सत्य सामने आ जाएगा।”
महाविकास अघाड़ी पर बीजेपी का हमला
सुधांशु त्रिवेदी ने महाविकास अघाड़ी (MVA) पर निशाना साधते हुए कहा, “यह आरोप केवल माहौल को खराब करने के लिए लगाए गए हैं। महाविकास अघाड़ी अब चुनावी हार की स्थिति में है और अपनी खिसियाहट को छुपाने के लिए इस तरह के निराधार आरोप लगा रही है। हम विश्वास करते हैं कि सीसीटीवी फुटेज से पूरी सच्चाई सामने आएगी।”
त्रिवेदी ने यह भी कहा, “यह आरोप केवल हवा में हैं। एमवीए के जो उम्मीदवार हैं, वे चुनावी मैदान में बिल्कुल नहीं हैं। अगर पैसे बांटने जैसी कोई बात होती तो होटल के सीसीटीवी फुटेज से यह सब साफ हो जाएगा।”
बीजेपी का ऐलान: आरोप बेबुनियाद
बीजेपी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि महाविकास अघाड़ी का यह आरोप महज एक राजनीतिक चाल है। उन्होंने यह उदाहरण भी दिया कि झारखंड में सुप्रीम कोर्ट ने पहले यह साबित किया था कि महाविकास अघाड़ी जैसे दलों ने कैश फॉर वोट के मामलों में भाग लिया था। उनका कहना था कि “इस बार ये आरोप सफल नहीं होंगे।”
पालघर में बीजेपी नेता विनोद तावड़े पर लगाए गए आरोप ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। जबकि बीवीए कार्यकर्ताओं का दावा है कि तावड़े ने पैसे बांटे थे, वहीं बीजेपी नेता और प्रवक्ता इसे निराधार बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इस मामले की जांच कैसे करता है और क्या सीसीटीवी फुटेज से आरोपों की सच्चाई सामने आती है।