Hathras News: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में पिछले साल हुए एक दुखद हादसे में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें 121 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना को लेकर एक न्यायिक जांच आयोग द्वारा रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसे गुरुवार, 20 फरवरी 2025 को विधानमंडल में पेश किया गया। सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट को कैबिनेट द्वारा मंजूरी प्राप्त हो गई है और अब इसे सदन में रखा गया है। इस रिपोर्ट में जांच आयोग ने महत्वपूर्ण तथ्यों और सुझावों पर प्रकाश डाला है।
भोले बाबा को मिली क्लीन चिट
रिपोर्ट के मुताबिक, न्यायिक आयोग ने घटना के प्रमुख आयोजक भोले बाबा को कोई दोषी नहीं ठहराया है। सूत्रों का कहना है कि आयोग ने भारतीय पुलिस द्वारा की गई लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन भोले बाबा और आयोजनकर्ताओं को कोई दोष नहीं दिया। इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि यह माना जा रहा था कि आयोजक सुरक्षा व्यवस्थाओं के प्रति जिम्मेदार थे।
पुलिस की लापरवाही पर कड़ी टिप्पणी
न्यायिक आयोग ने पुलिस की लापरवाही को इस घटना का मुख्य कारण बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस भगदड़ की घटना के लिए पुलिस द्वारा उचित सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे। हालांकि, आयोग ने आयोजकों को भी जिम्मेदार ठहराया है, क्योंकि उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति मिलने के बाद आवश्यक सुरक्षा उपायों को पूरी तरह से लागू नहीं किया था।