Maha Shivratri 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि को लेकर व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस पर्व के लिए किए जा रहे सभी प्रबंधों की समीक्षा की। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और इस पर्व को दिव्य और भव्य बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
विशेष व्यवस्थाओं की समीक्षा और निर्देश
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ मेला क्षेत्र और गंगा स्नान घाटों पर विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने सुरक्षा, सफाई, और यातायात की व्यवस्था को प्रमुखता से सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि महाकुंभ के आस-पास और प्रमुख राजमार्गों पर कोई यातायात जाम की स्थिति न बने और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
शिवालयों और स्नान घाटों पर सफाई और सुरक्षा के निर्देश
मुख्यमंत्री ने महाशिवरात्रि के दिन होने वाले गंगा स्नान और शिवलिंग पर जलाभिषेक की व्यवस्था को लेकर भी विशेष ध्यान दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी प्रमुख शिव मंदिरों में आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि मंदिर परिसरों में बैरिकेडिंग, पुलिस बल की तैनाती और प्रशासनिक अधिकारियों की सतर्क निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।
सुरक्षा और प्रशासनिक निगरानी का विशेष ध्यान
महाशिवरात्रि के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुलिस बल की तैनाती सभी प्रमुख मंदिरों में की जाएगी। इसके साथ ही, प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क रहने और किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। मेला क्षेत्र की व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस प्रकार, उत्तर प्रदेश सरकार ने महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां की हैं ताकि यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सुरक्षा और व्यवस्था के दृष्टिकोण से भी सफल और भव्य हो सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में राज्य सरकार ने महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व को लेकर सभी पहलुओं पर गंभीरता से ध्यान दिया है।