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IGI एयरपोर्ट पर अब सिर्फ 3 सेकेंड में होगी सुरक्षा जांच: लंबी लाइनों से मिलेगा छुटकारा

IGI Airport:इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर अब सुरक्षा जांच की प्रक्रिया और भी तेज और सुरक्षित हो जाएगी। यात्रियों को लंबी-लंबी लाइनों से छुटकारा मिलेगा, क्योंकि अब एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक फुल बॉडी स्कैनर लगाए जा रहे हैं। इस नई तकनीक की मदद से सुरक्षा जांच सिर्फ तीन सेकंड में पूरी हो जाएगी, जिससे एयरपोर्ट पर यात्रियों का अनुभव और भी बेहतर होगा।

अत्याधुनिक सुरक्षा तकनीक का प्रयोग

यह नई तकनीक अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर पहले से ही प्रभावी रूप से इस्तेमाल हो रही है। इन देशों में यह तकनीक सुरक्षा जांच को न केवल तेज़ बल्कि अधिक सटीक बनाने के लिए अपनाई गई है। IGI एयरपोर्ट पर इस सिस्टम के लागू होने से सुरक्षा जांच में न केवल गति आएगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि सुरक्षा मानकों का पालन पूरी सख्ती से हो।

3 सेकेंड में सुरक्षा जांच

इस फुल बॉडी स्कैनिंग सिस्टम में, प्रत्येक यात्री की पूरी बॉडी तीन सेकंड में स्कैन हो जाएगी। यह स्कैनर न केवल यात्रियों की शारीरिक सुरक्षा की जांच करेगा, बल्कि उनके सामान और पर्सनल आइटम्स की भी जांच करेगा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था में और मजबूती आएगी। यह तकनीक मेटल डिटेक्टर और पारंपरिक बैगेज चेकिंग की तुलना में कहीं अधिक तेज़ और प्रभावी साबित हो रही है।

प्रति घंटे 1200 स्कैन की क्षमता

इस सिस्टम की अधिकतम क्षमता प्रति घंटे 1200 स्कैन है, जो एयरपोर्ट पर होने वाली यात्री संख्या को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम है। IGI एयरपोर्ट, जो कि भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, इस नई व्यवस्था के साथ यात्रियों को और भी सुविधाजनक और तेज़ अनुभव प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह स्कैनर बेहद सटीक भी हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को और भी बेहतर तरीके से सुनिश्चित किया जा सकेगा।

सुरक्षा के साथ-साथ गति में भी बढ़ोतरी

इस प्रणाली का उद्देश्य केवल गति को बढ़ाना नहीं है, बल्कि सुरक्षा को भी बेहतर बनाना है। यात्रा करते वक्त सुरक्षा जांच की लंबी लाइनें यात्रियों के लिए एक बड़ा परेशानी का कारण होती हैं। अब इस नई तकनीक से यात्रियों को न केवल जल्दी सुरक्षा जांच से गुजरने का मौका मिलेगा, बल्कि उनका समय भी बचेगा।

तीन से चार महीने तक चलने वाला कार्यान्वयन

इस नई सुरक्षा व्यवस्था को स्थापित करने में लगभग तीन से चार महीने का समय लगेगा। एयरपोर्ट प्रशासन ने इस कार्य के लिए सभी आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह योजना पूरी होने के बाद, IGI एयरपोर्ट की सुरक्षा जांच की प्रक्रिया पूरी तरह से बदल जाएगी, और यात्रियों को पहले से कहीं अधिक आरामदायक अनुभव मिलेगा।

नई सुरक्षा तकनीक से यात्रियों को मिलेगा राहत

IGI एयरपोर्ट पर नई फुल बॉडी स्कैनिंग तकनीक का आगमन, हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आ रहा है। यह केवल सुरक्षा जांच को तेज़ और सटीक ही नहीं बनाएगा, बल्कि लंबी लाइनों से भी छुटकारा दिलाएगा। आगामी महीनों में जब यह तकनीक पूरी तरह से लागू हो जाएगी, तो यह भारत के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक सुखद अनुभव साबित होगा।

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