Virat Kohli: आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) ने इतिहास रच दिया। टीम ने पंजाब किंग्स को हराकर पहली बार आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम की। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि एक लंबे इंतजार का अंत था, जो आरसीबी और उसके समर्थकों ने 18 साल तक किया। इस ऐतिहासिक जीत के बाद टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी और पूर्व कप्तान विराट कोहली बेहद भावुक नजर आए। कोहली, जो आईपीएल की शुरुआत से ही आरसीबी से जुड़े रहे हैं, ने आखिरकार वह पल जी लिया जिसका सपना उन्होंने वर्षों पहले देखा था।
विराट कोहली की भावनात्मक प्रतिक्रिया: “अब मैं बच्चे की तरह सोऊंगा”
फाइनल मुकाबले के बाद विराट कोहली ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “अब मैं बच्चे की तरह सोऊंगा।” यह वाक्य सिर्फ जीत की खुशी को बयां नहीं करता, बल्कि उन तमाम संघर्षों, आलोचनाओं और निराशाओं का प्रतीक भी है जिन्हें कोहली ने पिछले सालों में झेला। उन्होंने कहा कि यह जीत उनके करियर के सबसे खास लम्हों में से एक है और अब वह दिल की पूरी शांति के साथ आराम कर सकेंगे।
टीम के साथ एकजुटता का प्रतीक बने कोहली
विराट कोहली आरसीबी के लिए सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने कभी भी टीम का साथ नहीं छोड़ा, चाहे परिणाम कुछ भी रहा हो। टीम की उतार-चढ़ाव भरी यात्रा में कोहली हमेशा धैर्य और समर्पण का उदाहरण बने रहे। इस जीत ने उनके नेतृत्व और उनकी प्रतिबद्धता को सार्थक बना दिया।
नई पीढ़ी को विराट का संदेश – धैर्य, समर्पण और विश्वास
जीत के बाद कोहली ने युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि सफलता रातोंरात नहीं मिलती, बल्कि इसके लिए वर्षों की मेहनत, धैर्य और समर्पण चाहिए। उन्होंने नई पीढ़ी को सलाह दी कि अगर वे अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार रहेंगे और लगातार प्रयास करते रहेंगे, तो एक न एक दिन सफलता जरूर मिलेगी।
टीम वर्क और विश्वास की जीत
विराट ने इस जीत का श्रेय पूरी टीम को दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समूह की मेहनत और एकजुटता का परिणाम है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने दबाव में भी बेहतरीन खेल दिखाया और टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
आरसीबी का ऐतिहासिक क्षण
आईपीएल 2025 की यह जीत न केवल आरसीबी के लिए खास रही, बल्कि विराट कोहली के करियर के लिए भी एक भावनात्मक उपलब्धि साबित हुई। कोहली की यह प्रतिक्रिया – “अब मैं बच्चे की तरह सोऊंगा” – लाखों फैंस के दिलों को छू गई। उनके अनुभव, संघर्ष और समर्पण की यह कहानी हर युवा खिलाड़ी के लिए एक प्रेरणा है कि अगर जज्बा सच्चा हो, तो सपने जरूर पूरे होते हैं।