Weather Update: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को एक अहम मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में अगले चार से पांच दिनों तक तापमान में तेज वृद्धि होगी। विभाग ने विशेष रूप से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी और लू चलने की चेतावनी दी है।वहीं दूसरी ओर, मुंबई, केरल और कर्नाटक जैसे दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे इन क्षेत्रों में जलभराव और सामान्य जनजीवन पर असर पड़ सकता है।
राजस्थान और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में लू की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के कई जिलों में 9 जून को लू चल सकती है। लू का प्रभाव खासकर बीकानेर, जयपुर, जोधपुर और आसपास के इलाकों में महसूस किया जाएगा। वहीं, हरियाणा, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी तापमान में बढ़ोतरी के संकेत हैं।आईएमडी के अनुसार, तापमान 43-44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है, जिससे हीटवेव की स्थिति पैदा होगी।
दिल्ली-एनसीआर में तापमान में इजाफा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में भी मौसम काफी गर्म रहने वाला है। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में आने वाले 3-4 दिनों के दौरान तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है। यह बढ़ोतरी तापमान को 43 डिग्री सेल्सियस के करीब ले जा सकती है।इसके साथ ही, धूल भरी हवाएं भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। रविवार से लेकर मंगलवार तक 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है। इससे दृश्यता में कमी आ सकती है और तेज धूप की वजह से गर्मी और ज्यादा महसूस होगी।
दक्षिण भारत में भारी बारिश की संभावना
जहां एक ओर उत्तर भारत झुलसाने वाली गर्मी का सामना करेगा, वहीं दक्षिण भारत में बारिश राहत लेकर आ सकती है। मौसम विभाग ने मुंबई, केरल और कर्नाटक में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से मुंबई और तटीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।बारिश के कारण रेल और सड़क परिवहन प्रभावित हो सकता है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
जनता के लिए सलाह
मौसम विभाग ने उत्तर भारत में रहने वाले लोगों से हीट स्ट्रोक से बचने के लिए सावधानी बरतने की अपील की है। अधिक पानी पिएं, बाहर निकलते समय छाया में रहें और हल्के कपड़े पहनें। वहीं, दक्षिण भारत में बारिश के कारण फिसलन, ट्रैफिक जाम और बिजली गिरने जैसी घटनाओं से सतर्क रहने की जरूरत है।