Covid 19 India Cases Updates:देश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर चिंता का कारण बनता जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 769 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में एक्टिव केस यानी उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 6,133 हो गई है। यह लगातार बढ़ता आंकड़ा सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए सतर्कता का संकेत है।स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना का सबसे ज्यादा असर केरल में देखने को मिल रहा है। इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी संक्रमण के मामलों में तेजी से उभरते क्षेत्र बन चुके हैं। इन राज्यों में लगातार बढ़ते संक्रमण के कारण सरकार ने स्थिति पर नजर बनाए रखने और आवश्यक संसाधनों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।
सभी राज्यों में मॉक ड्रिल के आदेश
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य राज्यों की तैयारियों की समीक्षा करना है ताकि किसी भी आपात स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी ढंग से सक्रिय किया जा सके।स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी राज्य सरकारें ऑक्सीजन की उपलब्धता, वेंटिलेटर की स्थिति, आईसीयू बेड्स की संख्या, और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इसके साथ ही अस्पतालों और स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है ताकि संक्रमण की किसी भी लहर से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
पिछले 24 घंटे में 6 मौतें, सतर्क रहने की अपील
मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि बीते 24 घंटे में कोविड संक्रमण से छह और मरीजों की मृत्यु हुई है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरस का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। हालांकि देश में टीकाकरण अभियान काफी हद तक सफल रहा है, लेकिन नई लहर की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।विशेषज्ञों का मानना है कि वायरस का नया वेरिएंट या मौसमी बदलाव संक्रमण में इजाफा कर सकता है। इसलिए लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें, मास्क का प्रयोग करें, हाथों की सफाई बनाए रखें और आवश्यकता अनुसार बूस्टर डोज भी लें।
तैयारियों और सतर्कता की ज़रूरत
कोरोना के मामलों में अचानक आई यह वृद्धि यह संकेत देती है कि महामारी का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है। सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम जैसे मॉक ड्रिल और संसाधनों की समीक्षा, इस लड़ाई को मजबूत बना रहे हैं। मगर, आम जनता की जागरूकता और सहयोग के बिना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ना मुश्किल होगा।अब वक्त है कि सभी लोग व्यक्तिगत सावधानियां बरतें, स्वास्थ्य नियमों का पालन करें और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत जांच कराएं। जागरूकता ही बचाव का सबसे बड़ा माध्यम है।