Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य जोरों पर है। अब तक लगभग 250 शवों के डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं। इस त्रासदी में मारे गए 80 शवों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 33 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। इन सौंपे गए शवों में से 8 की शारीरिक पहचान भी हो चुकी है। शवों को एम्बुलेंस के माध्यम से उनके गृहनगर तक पहुंचाया जा रहा है ताकि अंतिम संस्कार में कोई देरी न हो।
मृतकों के परिजनों की मदद के लिए 230 टीमें
विमान दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के परिजनों की मदद के लिए राहत आयुक्त एवं राजस्व विभाग के सचिव आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि कुल 230 टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें परिजनों के गांव तक पहुंचाने, उन्हें आवश्यक सहायता देने और अंतिम संस्कार तक उनके साथ रहने का काम कर रही हैं। इसका मकसद है कि परिजन किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करें और उन्हें हर संभव सहायता मिल सके।
ब्लैक बॉक्स की सुरक्षा से जांच में मिलेगी मदद
हादसे के बाद विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स – फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) – बरामद कर सुरक्षित रखा गया है। यह कदम जांच के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा क्योंकि ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड की गई जानकारी से दुर्घटना के कारणों का पता लगाना आसान होगा। जांच में मदद के लिए बोइंग कंपनी की टीम भी हादसे के स्थल पर पहुंच चुकी है और वे विस्तृत जांच में सहयोग कर रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने दुर्घटना स्थल का दौरा किया और घायलों से अस्पताल में मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ बैठक कर राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सभी संबंधित एजेंसियों को प्रभावी राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
हादसे का संपूर्ण चित्र
12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 (787-8 बोइंग ड्रीमलाइनर) उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान, जो बीजे मेडिकल कॉलेज एंड सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से टकरा गया था, इस हादसे में कई मेडिकल स्टूडेंट्स सहित 275 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्लाइट में कुल 241 यात्री और क्रू सदस्य थे, जिनमें से 229 यात्री और 10 क्रू मेंबर्स की जान गई जबकि केवल एक यात्री जीवित बच पाया।अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि डीएनए जांच पूरी होने के बाद मृतकों की संख्या का अंतिम आंकड़ा सामने आएगा। अभी भी हादसे से जुड़ी कई जानकारियांजुटाई जा रही हैं ताकि इस त्रासदी के कारणों को पूरी तरह से समझा जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।