Roshni Murder Case : गोवा की खूबसूरत वादियों में जोड़ा प्यार का इरादा यहाँ कब खूनी साज़िश में बदल गया, किसी ने सोचा भी नहीं था। कर्नाटक के बेंगलुरु निवासी संजय केविन एम (22) और रोशनी मोसेस एम (22) पिछले पाँच वर्षों से प्यार में थे और शादी के इरादों के साथ गोवा आए थे। लेकिन गोवा की यात्रा उनके रिश्ते के लिए मौत बन गई। बीच में हुई कहासुनी के बाद, गुस्से में संजय ने कथित तौर पर रोशनी का गला चाकू से रेतकर हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक कर फरार हो गया।
बस टिकट बना पुलिस को सबसे अहम सुराग
17 जून को गोवा के प्रतापनगर इलाके के जंगल से मिले शव की पहचान के दौरान रोशनी का पर्स बरामद हुआ, जिसमें हुबली से गोवा का बस टिकट मिला। इस टिकट ने पुलिस की जांच दिशा को बदल दिया। टिकट विवरण से पुलिस ने कर्नाटक के हुबली की ओर ट्रैक किया, जहाँ स्थानीय पुलिस ने संजय को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में संजय ने सुसाइड नोट दिया और बस यात्रा की सच्चाई कबूली। इस तरह बस टिकट ही एक बहुत छोटे सुराग से बनी हत्या की गुत्थी सुलझाने की कुंजी।
पाँच साल का रिश्ता, चुनावी कस्बे से लेकर मौत तक
बेंगलुरु साउथ निवासी संजय और रोशनी ने पंद्रहवीं कक्षा के बाद प्यार को गहरा करवाया। दोनों ने मिलकर शादी करने की योजना बनाई थी और इसी विश्वास के साथ गोवा पहुँचे। लेकिन गलतफहमी की वजह से मात्र एक विवाद ने जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी में बदल दिया। पुलिस का कहना है कि हत्या की यह वारदात इमोशनल फैसले की तरक्की नहीं थी, बल्कि एक जानबूझकर किया गया कृत्य था।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया और सवाल
रहस्यमय हत्या की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर भी लोग हैरान हो गए। यूजर्स ने सवाल उठाए कि कैसे एक लंबे रिश्ते में रहने वाला इंसान इतना गहरा कृत्य कर सकता है? कई उपयोगकर्ताओं ने इस घटना की निंदा की और इमोशनल अपराध की जटिलता पर चिंता जाहिर की।
पुलिस जांच में आगे के कदम
पुलिस अब यह स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है कि हत्या पूर्वयोजना के तहत की गई थी या कोई आवेग में किया गया हादसा था। संजय को हिरासत में लेकर आत्महत्या के उद्देश्य और घटना की गहराई से जांच जारी है। अदालत में पुख़्ता चार्जशीट तैयार की जा रही है और संजय को सख्त सजा दिलाने की तैयारी हो रही है।
घातक प्यार या आत्मघाती जुनून?
इस मामले में केवल एक लड़की की मौत नहीं हुई, बल्कि लंबे संबंधों में छिपे तनाव और मानसिक दैन्यता की भी काँच जैसी सच्चाई सामने आई है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि बाहरी सुंदरता कभी-कभी आंतरिक जटिलताओं की दास्तान भी होती है।