Mahakumbh 2025 Live : महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने अहम कदम उठाया है। वीकेंड (शनिवार और रविवार) के दौरान अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के संगम पहुंचने की संभावना को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने प्रयागराज संगम स्टेशन को 16 फरवरी तक बंद रखने का फैसला लिया है। यह निर्णय सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
संगम स्टेशन का बंद होना यात्रियों पर असर डाल सकता है
प्रारंभ में, संगम स्टेशन को 12 फरवरी दोपहर से 14 फरवरी तक बंद किया गया था। लेकिन, शुक्रवार को भीड़ कम होने के बजाय बढ़ गई, जिसके कारण रेलवे ने इस प्रतिबंध को 16 फरवरी तक बढ़ाने का निर्णय लिया। इस दौरान, जिन यात्रियों को संगम स्टेशन से यात्रा करनी थी, उन्हें अब प्रयागराज जंक्शन या प्रयाग स्टेशन तक पैदल यात्रा करनी होगी, जो संगम स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित हैं। यह कदम यात्रियों की असुविधा को कम करने और उन्हें सुरक्षित तरीके से यात्रा करने में मदद करने के लिए उठाया गया है।
रेलवे की सतर्कता और तैयारियां
रेलवे प्रशासन ने इस बढ़ती भीड़ के कारण पूरे प्रयागराज रेलवे नेटवर्क को अलर्ट कर दिया है। रेलवे ने सभी स्टेशनों पर आपात स्थितियों से निपटने के लिए 24 घंटे तैयार रहने का निर्देश जारी किया है। यह कदम देशभर के रेलवे स्टेशनों से मिल रहे इनपुट के आधार पर लिया गया है। रेलवे की प्राथमिकता इस समय यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाना और उन्हें सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना है।
महाशिवरात्रि स्नान और मेला क्षेत्र से संतों की विदाई
महाकुंभ के दौरान त्रिजटा स्नान के बाद संत और कल्पवासी मठ-मंदिर की ओर रवाना हो गए हैं। हालांकि, मेला क्षेत्र में अब भी बड़ी संख्या में संत और कल्पवासी मौजूद हैं। वे 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान के बाद वापस लौटेंगे, जब महाकुंभ का विधिवत समापन होगा। महाशिवरात्रि का दिन महाकुंभ के समापन के रूप में बेहद महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसी दिन सबसे अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान करते हैं।
रेलवे प्रशासन का अलर्ट
महाकुंभ के दौरान बढ़ती भीड़ के कारण रेलवे ने प्रयागराज संगम स्टेशन को 16 फरवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया है। रेलवे प्रशासन ने इस फैसले से श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी है। इस कदम के बावजूद यदि भीड़ कम नहीं होती, तो रेलवे संगम स्टेशन पर प्रतिबंध को और बढ़ा सकता है। महाशिवरात्रि स्नान के बाद महाकुंभ का समापन होगा, और रेलवे प्रशासन यात्रियों के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।