Arvind Kejriwal Nomination:दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। आज (15 जनवरी) दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी उनके साथ थीं। अरविंद केजरीवाल ने नामांकन दाखिल करने से पहले जामनगर हाउस से एक पैदल मार्च निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से अपील की कि वे काम के आधार पर वोट दें, न कि नकारात्मक प्रचार और गालियों के आधार पर।
बीजेपी पर तीखा हमला, ‘न तो विजन है और न ही नेतृत्व’
नामांकन दाखिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बीजेपी के पास न तो कोई विजन है, न नेतृत्व और न ही कोई स्पष्ट योजना। उनका कहना था कि अगले पांच वर्षों में बीजेपी के पास यह जवाब नहीं है कि वे दिल्ली के लिए क्या करेंगे। केजरीवाल ने यह भी कहा कि बीजेपी केवल गालियां देने पर जोर देती है, जबकि वे मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं।केजरीवाल ने बीजेपी के खिलाफ आरोप लगाया कि यह पार्टी सिर्फ आलोचना करने में व्यस्त रहती है, लेकिन दिल्ली के विकास के लिए उनके पास कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की कि वे इस चुनाव में काम करने वाली पार्टी को वोट दें, न कि गालियों और नकारात्मक राजनीति को बढ़ावा देने वाली पार्टी को।
नामांकन के दौरान लोगों का उत्साह
अरविंद केजरीवाल का नामांकन एक बड़े उत्साह के साथ हुआ। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या उनके साथ थी, विशेषकर महिलाएं। उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि उनका प्राथमिक लक्ष्य दिल्ली के लोगों के लिए काम करना और उनका जीवनस्तर सुधारना है। केजरीवाल ने महिलाओं को अपने अभियान में भागीदार बनाने पर जोर दिया और इसे एक सकारात्मक बदलाव की ओर बढ़ने का संकेत माना।
बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा का भी नामांकन दाखिल
अरविंद केजरीवाल के नामांकन से पहले बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने भी नई दिल्ली विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। दोनों पार्टियों के बीच अब चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।इस चुनावी प्रक्रिया में दिल्ली के नागरिकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे सही दिशा में मतदान करें, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। इस समय, केजरीवाल का संदेश साफ है – ‘काम करने वाली पार्टी को वोट दो’।