Kedarnath Ropeway:उत्तराखंड राज्य सरकार ने राज्य के प्रमुख तीर्थस्थलों को जोड़ने के लिए एक महत्वाकांक्षी रोपवे परियोजना की शुरुआत की है, जिसमें केदारनाथ रोपवे प्रमुख है। इस परियोजना के माध्यम से न केवल तीर्थयात्रियों की यात्रा आसान होगी, बल्कि राज्य की आर्थिकी को भी एक नई दिशा मिलेगी। केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे निर्माण की मंजूरी मिल चुकी है, जिससे स्थानीय निवासियों को परिवहन में सुविधा मिलेगी और राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
केंद्र सरकार से मिली 6811 करोड़ रुपये की मंजूरी
उत्तराखंड में रोपवे परियोजनाओं के विकास के लिए केंद्र सरकार ने 6811 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। इस वित्तीय सहायता के माध्यम से राज्य के विभिन्न विषम भौगोलिक क्षेत्रों में इन परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा सकेगा। रोपवे बनने से राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचने में सुविधा होगी, जिससे स्थानीय समुदाय को परिवहन, रोजगार और अन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इस परियोजना से पर्यटन क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी और राज्य की आर्थिकी में भी योगदान होगा।
उत्तराखंड में 10 से अधिक प्रमुख रोपवे परियोजनाओं का प्रस्ताव
उत्तराखंड राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 10 से अधिक प्रमुख रोपवे परियोजनाओं के प्रस्ताव भेजे थे, जिनमें केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, यमुनोत्री, खलियाटाप, औली-गोरसौं, ठुलीगाड-पूर्णागिरी जैसे महत्वपूर्ण स्थल शामिल थे। इन परियोजनाओं के माध्यम से राज्य में पर्यटन और तीर्थयात्रा को बढ़ावा मिलेगा और विभिन्न प्रमुख स्थलों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी, जिससे न केवल स्थानीय निवासियों को, बल्कि पर्यटकों को भी लाभ होगा। इस तरह, यह परियोजना राज्य के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाई देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 अक्टूबर 2022 को केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे निर्माण का शिलान्यास किया था। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रोपवे परियोजनाएं तीर्थयात्रियों की यात्रा को न केवल सुगम बनाएंगी, बल्कि इससे उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा। इन परियोजनाओं के कारण तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी, और इससे स्थानीय व्यवसायों को भी फायदा मिलेगा। यह परियोजना राज्य के पर्यटन उद्योग को और सशक्त करेगी।
राज्य की आर्थिकी में मजबूती
रोपवे परियोजनाओं के निर्माण से उत्तराखंड की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी। तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए इन स्थानों तक पहुंच आसान होने से राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बड़ा लाभ मिलेगा। इसके अलावा, इससे जुड़ी अन्य सेवाएं जैसे होटल, कैफे, ट्रांसपोर्टेशन, और अन्य स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना के परिणामस्वरूप रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।
पर्यटन और विकास की दिशा में नया कदम
केदारनाथ रोपवे परियोजना न केवल तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि इससे स्थानीय लोगों की जिंदगी भी सरल होगी। इस परियोजना से उत्तराखंड के दूरदराज के इलाकों में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। राज्य सरकार और केंद्र सरकार की यह संयुक्त पहल जल्दी ही धरातल पर उतरेगी, जिससे उत्तराखंड के विकास को एक नई दिशा और गति मिलेगी।इस प्रकार, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों के लिए रोपवे निर्माण से उत्तराखंड में पर्यटन, आर्थिकी और स्थानीय विकास को नई ऊंचाई मिलेगी। यह परियोजना न केवल राज्य के लिए, बल्कि देशभर के पर्यटकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण विकास होगा, जो उत्तराखंड की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान को और भी प्रमुख बनाएगा।